90 रुपये किलो हुआ प्याज, कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बनाया गजब का प्लान

मंत्रालय ने अक्टूबर में स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से पूरे देश में प्याज की सप्लाई करने का फैसला लिया. अभी तक दिल्ली को रेलवे के माध्यम से प्याज की पांचवीं खेप मिली चुकी है. इसी तरह गुवाहाटी और चेन्नई में भी ट्रेनों से प्याज पहुंचाया गया है. 23 अक्टूबर को नासिक से 840 टन प्याज रेल द्वारा भेजा गया था, जो 26 अक्टूबर को चेन्नई पहुंचा.

इस राज्य में महंगा हुआ प्याज, कीमतों में भारी उछाल. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: tv9

केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए बड़ा प्लान बनाया है. उसने जम्मू-कश्मीर में 150 टन प्याज भेजने का फैसला किया है. कहा जा रहा है कि सरकार की इस कोशिश से प्याज की आसमान छूती किमतों को कम करने में मदद मिलेगी. अभी जम्मू-कश्मीर में प्याज की कीमतें 60 से 90 रुपये प्रति किलो के बीच हैं. वहीं, देश के अन्य हिस्सों में प्याज 50 से 70 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. यानी जम्मू-कश्मीर में प्याज सबसे महंगा बिक रहा है. हालांकि, वर्तमान में केंद्र सरकार पूरे देश में 35 रुपये प्रति किलो की दर से सब्सिडी वाला प्याज बेच रही है.

मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में प्याज की सप्लाई 25 टन क्षमता वाले ट्रकों से किया जाएगा. ये ट्रक दिल्ली से श्रीनगर जाएंगे. खास बात यह है कि अगले सप्ताह से ट्रक प्याज लेकर जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो जाएंगे. वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि घाटी में भारी मात्रा में प्याज की सप्लाई करने के बाद कीमतों में गिरावट आएगी. हालांकि, मंत्रालय के पास रबी फसल से 470,000 टन प्याज का बफर स्टॉक है और आपूर्ति व कीमतों को स्थिर करने के लिए इसे वितरित किया जा रहा है.

दिल्ली को मिली प्याज की पांचवी खेप

मंत्रालय ने अक्टूबर में स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से पूरे देश में प्याज की सप्लाई करने का फैसला लिया. अभी तक दिल्ली को रेलवे के माध्यम से प्याज की पांचवीं खेप मिली, जिसमें 21 नवंबर को किशन गंज रेलवे स्टेशन पर 720 टन प्याज पहुंचा. 840 टन की चौथी खेप 17 नवंबर को दिल्ली पहुंची. कांडा एक्सप्रेस से 1,600 टन का पहला शिपमेंट 20 अक्टूबर को पहुंचा. इसके बाद 30 अक्टूबर को 840 टन का दूसरा शिपमेंट और 12 नवंबर को 730 टन का तीसरा शिपमेंट आया.

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ट्रेन से प्याज की सप्लाई जारी

इसी तरह गुवाहाटी और चेन्नई में भी ट्रेनों से प्याज पहुंचाया गया है. 23 अक्टूबर को नासिक से 840 टन प्याज रेल द्वारा भेजा गया था, जो 26 अक्टूबर को चेन्नई पहुंचा. रेल द्वारा 840 टन प्याज की खेप 5 नवंबर को गुवाहाटी के चांगसारी स्टेशन पर पहुंची और असम, मेघालय, त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न जिलों में वितरित की गई.

3.82 लाख हेक्टेयर में प्याज की बुवाई

कृषि और किसान कल्याण विभाग के अनुसार, इस साल खरीफ प्याज 3.82 लाख हेक्टेयर में बोया गया, जो पिछले साल के 2.85 लाख हेक्टेयर से 34 फीसदी अधिक है. खास बात यह है कि देर से खरीफ की बुवाई भी पटरी पर है. नवंबर की शुरुआत तक 1.28 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है. बफर स्टॉक में वृद्धि और देर से खरीफ की बुवाई में अच्छी प्रगति के साथ-साथ अधिक खरीफ प्याज बाजारों में पहुंच रहे हैं.

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