Bankatesh Kumar

Bankatesh Kumar

हाल ही में पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने अपने एक आदेश में कहा है कि सरकारी कर्मचारी के पारिवारिक पेंशन के लिए पात्र परिवार के सदस्यों की सूची से बेटी का नाम नहीं हटाया जा सकता है. आदेश में मंत्रालयों और विभागों से ब्याज भुगतान से बचने के लिए एक्स्ट्राऑर्डिनरी पेंशन (ईओपी) के तहत मिलने वाले सभी रिटायरमेंट बेनिफिट को जल्द से जल्द सख्ती से जारी करने को कहा गया है.

दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के अपने आदेश के उल्लंघन पर कड़ी आपत्ति जताते हुए शीर्ष अदालत ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त से एक सप्ताह के भीतर हलफनामा दाखिल करने का कहा है. साथ ही यह बताने को कहा है कि दिवाली के दौरान पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध का उल्लंघन क्यों किया गया.

कोदो एक तरह का मोटा अनाज है. इसे गरीबों का चावल भी कहा जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 3000 साल से किसान कोदो की खेती कर रहे हैं. यानी यह फसल 3000 साल पुरानी है. यह सेहद के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.

पंजाब में धान की खरीद में तेजी आई है. किसानों से अभी तक 85 लाख टन से अधिक धान खरीदा जा चुका है. इसके बदले किसानों को समय पर भुगतान भी किया जा चुका है. मंत्रालय ने कहा कि अब तक 4,640 मिलर्स ने धान की प्रोसेसिंग के लिए आवेदन किया है.

अगर आप आलू की बुवाई करने की प्लानिंग कर रहे हैं और किस्मों के चयन को लेकर असमंजस में हैं, तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप आलू की इन तीन किस्मों की बुवाई कर सकते हैं. 90 दिनों में ही आपको बंपर उपज मिलेगी.

ज्ञापन में आगे स्पष्ट किया गया है कि पारिवारिक पेंशन के लिए पात्रता का निर्धारण पेशनर्स/फैमिली पेंशनर्स की मौत के बाद नियमों के अनुसार किया जाएगा. केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2021 के अनुसार, परिवार में सौतेली और गोद ली गई बेटियों सहित अविवाहित, विवाहित और विधवा बेटियां शामिल हैं.

एक्सपर्ट की माने तो पशुओं के लिए आहार उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना इंसानों के लिए. अगर हम सही आहार नहीं देंगे, तो उनकी तबीयत खराब हो सकती है. इसलिए कोशिश करें कि दुधारू पशुओं को मौसम ही नहीं बल्कि महीने के हिसाब से चारा खिलाएं.

अकेले दिल्ली में, लगभग 4.5 लाख शादियां होने का अनुमान है. इससे दिल्ली की अर्थव्यवस्था को लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये की कमाई होगी. 12 नवंबर, 2024 को शादियों का मौसम शुरू होने वाला है. इसके साथ ही पूरे देश में खुदरा विक्रेता अभी से अपनी कमाई बढ़ाने की तैयारी में लग गए हैं.