देश के 55 फीसदी ट्रक ड्राइवर की नजर कमजोर, मेंटल हेल्‍थ में भी निकली कमजोरी: रिपोर्ट

देश में ट्रक ड्राइवरों के हेल्थ को लेकर सड़क परिवहन मंत्रालय की तरफ से एक रिपोर्ट जारी किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक देश के करीब 55.1 फीसदी ट्रक ड्राइवरों की नजर कमजोर है. साथ ही वे कई गंभीर बीमारियों से जुझ रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश में 100 ट्रक के लिए केवल 75 ड्राइवर उपलब्ध है.

भारत में ट्रक ड्राइवरों की हेल्थ को लेकर रिपोर्ट Image Credit: FreePik

Truck Driver’s Health Condition in India: भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने ट्रक ड्राइवरों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. यह रिपोर्ट ट्रक ड्राइवरों के स्वास्थ्य से जुड़ी है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश के ट्रक ड्राइवर कमजोर नजर, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं समेत कई बीमारियों से जूझ रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, देश में 55.1 फीसदी ट्रक ड्राइवरों की नजर कमजोर पाई गई है. इसमें 53.3% ड्राइवरों को दूर की नजर के लिए चश्मे की जरूरत है, जबकि 46.7 फीसदी ड्राइवरों को अपनी आंखों की रोशनी सुधारने की जरुरत है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश के 33.9 फीसदी ड्राइवर मध्‍यम दर्जे के तनाव से जूझ रहे हैं, जबकि 2.9 प्रतिशत गंभीर तनाव की समस्या का सामना कर रहे हैं.

इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 44.3 फीसदी ट्रक ड्राइवर अधिक वजन या मोटापे से ग्रसित हैं. साथ ही, 57.4 प्रतिशत ड्राइवरों का ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक है, जबकि 18.4 फिसदी ड्राइवरों में शुगर का लेवल बढ़ा हुआ पाया गया है.

100 ट्रकों पर सिर्फ 75 ड्राइवर

रिपोर्ट जारी करते हुए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “सड़कों पर 70% ट्रैफिक और लॉजिस्टिक्स लागत 14 से 16% तक बढ़ने के कारण, भारत को परिवहन क्षेत्र में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.” उन्होंने यह भी बताया कि भारत के परिवहन क्षेत्र की एक बड़ी समस्या ट्रक ड्राइवरों की कमी है. देश में हर 100 ट्रकों पर केवल 75 ड्राइवर उपलब्ध हैं. गडकरी ने कहा, “हम इस समस्या को हल करने के लिए ड्राइवर प्रशिक्षण, उनके स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल में सुधार पर काम कर रहे हैं. साथ ही, ड्राइवरों के लिए डिजिटल तकनीकों और ऐप्स का भी उपयोग किया जाएगा.”

देश की ट्रांसपोर्ट सिस्टम का रीढ़

ट्रक भारत की लॉजिस्टिक्स व्यवस्था की रीढ़ हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ते हैं और ट्रांसपोर्ट के साइकल को पूरा करते हैं. हालांकि रिपोर्ट के दिए गए डेटा से पता चलता है कि ट्रक ड्राइवर बेहत गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं. उन्हें लंबे समय तक अनियमित शिफ्ट में काम करना पड़ता है और परिवार से दूर रहना पड़ता है, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है.
इस रिपोर्ट से साफ होता है कि ट्रक ड्राइवरों की सेहत और उनके कामकाजी हालात को सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाने की जरूरत है.