जिस शख्स की देन है स्कॉर्पियो… उसने खरीदी ये SUV, वीडियो देख भावुक हुए आनंद महिंद्रा
Anand Mahindra: वर्षों से गोयनका के योगदान ने उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पद पर पहुंचा दिया. भारतीय उद्योग में उनके योगदान के लिए हाल ही में उन्हें प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

Anand Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में डॉ.पवन गोयनका के शानदार करियर के सफर को लेकर कुछ खास बातें शेयर की हैं, जो प्राइड और पुरानी यादों को ताजा कर देने वाला है. आनंद महिंद्रा ने बताया कि कैसे उनका जुड़ाव पवन गोयनका के साथ हुआ था. उनका जुड़ाव 1990 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ था, जब गोयनका ने अमेरिका में जनरल मोटर्स में आशाजनक करियर को छोड़कर भारत लौटने का साहसिक निर्णय लिया था.
R&D को संभाला
आनंद महिंद्रा ने उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) में कंपनी के नासिक प्लांट में R&D के वाइस चेयरमैन के रूप में शामिल होने के लिए राजी किया था. हालांकि, वहां पहुंचने पर गोयनका R&D इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति देखकर हैरान रह गए. शुरुआती संदेहों के बावजूद, पवन गोयनका ने रुकने का फैसला किया और रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्यभार संभाला.
प्रोडक्ट लाइनअप को डिजाइन किया
उन्होंने महिंद्रा स्कॉर्पियो के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके नेतृत्व ने न केवल कंपनी के प्रोडक्ट लाइनअप को आकार दिया, बल्कि एक विश्व स्तरीय R&D सेंटर की नींव भी रखी, जो भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इनोवेशन को आगे बढ़ाता है. वर्षों से गोयनका के योगदान ने उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पद पर पहुंचा दिया.
गोयनका खरीदी ये SUV
आनंद महिंद्रा की भावनाएं तब उभर आईं, जब उन्होंने गोयनका और उनकी पत्नी ममता को महिंद्रा की नई इलेक्ट्रिक एसयूवी, XEV 9e खरीदते देखा. उनके लिए, यह क्षण सिर्फ एक ट्रांजेक्शन से कहीं एक का प्रतीक था. यह कंपनी और उद्योग पर गोयनका के स्थायी प्रभाव का प्रमाण था.
महिंद्रा के ऑटोमोटिव लैंडस्केप को बदलने में अहम भूमिका निभाने के बाद गोयनका अब खुद को उन्हीं इनोवेशन को अपनाते हुए पाते हैं, जिनकी शुरुआत में उन्होंने मदद की थी. महिंद्रा के लिए, गोयनका की यात्रा को पूरे होते देखना प्रोडक्ट डेवलपमेंट का नेतृत्व करने से लेकर कंपनी के नए इनोवेशन को अपनाने तक का ट्रांसफॉरमेशन है और यह एक बहुत ही भावुक अनुभव था.
नई शुरुआत
साल 2021 में रिटायरमेंट के बाद गोयनका ने स्पेस डिपार्टमेंट की यूनिट इन-स्पेस के चेयरमैन के रूप में एक नई शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भारत की अंतरिक्ष पहलों में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को बढ़ावा देना है. भारतीय उद्योग में उनके योगदान के लिए हाल ही में उन्हें प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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