अप्रैल से महंगी हो जाएंगी कारों की कीमत, ये कंपनियां 3-4 फीसदी तक बढ़ाने वाली हैं दाम

1 अप्रैल से भारत में कारों की कीमत में 3 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी होने वाली है. इसमें महिंद्रा, हुंडई और मारुति जैसी देश की कई प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. कंपनियों के अनुसार, इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण बढ़ती लागत और ऑपरेशनल कॉस्ट की वजह से हो रही कीमतों में तेजी है.

Car price in india increases after April: 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो जाता है. इसी के साथ कई नए नियम बनाए और खत्म भी किए जाते हैं. उसी तर्ज पर 1 अप्रैल 2025 से भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर का मार्केट महंगा होने वाला है. भारत की लगभग सभी ऑटो लीडर कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमत में इजाफा करने जा रहे हैं. इसमें मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हुंडई जैसी कंपनियां शामिल हैं. इन कंपनियों का कहना है कि बढ़ती लागत और ऑपरेशनल कॉस्ट के कारण कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है.

कौन-कितना बढ़ा रहा कीमत?

देश की घरेलू कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया अगले महीने से अपने सभी मॉडल रेंज की कीमतों में 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही है. वहीं मारुति की कॉम्पटीटर कंपनी हुंडई मोटर इंडिया का कहना है कि वह कच्चे माल और ऑपरेशनल लागत में हुई बढ़ोतरी के कारण अप्रैल 2025 से कार की कीमतों में 3 फीसदी तक की वृद्धि करने वाली है. उसी तर्ज पर टाटा मोटर्स इस साल दूसरी दफा अप्रैल 2025 में इलेक्ट्रिक वाहन सहित दूसरी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है.

नए वित्त वर्ष में क्यों बढ़ती कीमत?

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि वह अप्रैल से अपने SUV और कमर्शियल वाहनों की कीमतों में 3 फीसदी तक की बढ़ोतरी करने वाली है. इससे इतर, किआ इंडिया, होंडा कार्स इंडिया, रेनो इंडिया और बीएमडब्ल्यू ने भी अप्रैल महीने से अपनी गाड़ियों की कीमत को बढ़ाने की घोषणा कर दी है.

नए वित्त वर्ष से देश भर में गाड़ियों की बढ़ने वाली कीमतों पर इक्रा कॉरपोरेट रेटिंग्स के वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड रोहन कंवर गुप्ता ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी आमतौर पर कैलेंडर या वित्त वर्ष की शुरुआत में की जाती है. इससे महंगाई के दबाव और कमोडिटी की कीमतों के कारण ऑपरेशनल कास्ट में होने वाली बढ़ोतरी की भरपाई की जा सकती है.