EV Scooter vs Petrol Scooter: कौन सा है आपके लिए बेहतर, इस कैलकुलेशन से समझे

EV Scooter vs Petrol Scooter: इलेक्ट्रिक स्कूटर और पेट्रोल स्कूटर की तुलना में इलेक्ट्रिक स्कूटर लंबे समय में सस्ता साबित होता है. इलेक्ट्रिक स्कूटर की रनिंग कॉस्ट पेट्रोल स्कूटर की तुलना में बहुत कम है. चलिए इस कैलकुलेशन से समझते हैं कैसे?

EV स्कूटर vs Petrol स्कूटर Image Credit: Freepik/Canva

EV vs Petrol Scooter: भारत में टू-व्हीलर्स, खासकर स्कूटर्स, आम लोगों की पहुंच में हैं, भले ही मोटरसाइकिल बाजार में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखती हो, लेकिन स्कूटर्स की भी अपनी डिमांड है. अब बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स आ गए हैं. इनकी बिक्री भी ठिक ठाक है. लेकिन EV स्कूटर्स को लेकर कई लोगों को चिंता रहती है कि कि इसकी बैटरी अचानक खत्म हो जाए तो क्या करेंगे, या ये महंगी होती है और बैटरी रिप्लेसमेंट को लेकर भी सब असमंजस में पड़ जाते हैं. लेकिन फिर भी EV स्कूटर्स खरीदना सस्ता सौदा है. ईवी इंफ्रा धीरे-धीरे तेज गति पकड़ रहा है, फिलहाल तो यही लगता है कि आने वाला जमाना ईवी का होगा. अगर आप पेट्रोल स्कूटर की जगह इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, लेकिन उलझन में हैं तो यहां आपको बताएंगे इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने का फैसला लंबे समय में फायदे का सौदा कैसे साबित होगा.  

पेट्रोल स्कूटर Vs इलेक्ट्रिक स्कूटर: कौन बेहतर?  

एक पेट्रोल स्कूटर की कीमत करीब 80,000 रुपये से 1,00,000 रुपये तक होती है, जबकि एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमत 1,20,000 रुपये से 1,50,000 तक होती है. लेकिन असल में इनमें आपको फर्क करना हो तो आपको इनकी रनिंग कॉस्ट कैलकुलेट करनी चाहिए.

  • पेट्रोल स्कूटर चलाने की लागत: 2 रुपये प्रति किलोमीटर है  
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने की लागत: 0.20 रुपये प्रति किलोमीटर  

इस हिसाब से अगर आप 25,000 किलोमीटर ड्राइव करते हैं, तो पेट्रोल स्कूटर की लागत करीब 50,000 रुपये होगी, जबकि इलेक्ट्रिक स्कूटर की लागत सिर्फ 5,000 रुपये होगी. इसका मतलब है कि 25,000 किलोमीटर के बाद इलेक्ट्रिक स्कूटर सस्ता पड़ने लगता है.  

बैटरी रिप्लेसमेंट के खर्च का क्या?

आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि बैटरी रिप्लेसमेंट की लागत क्या होगी? ज्यादातर स्कूटर बनाने वाली कंपनी बैटरी पर 50,000 किमी से 80,000 किमो की वॉरंटी देते हैं. इसका मतलब है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्ग टर्म में भी किफायती साबित होती है.

सरकार भी ईवी को प्रमोट करती है तो आप भी सोच सकते हैं. सरकार की इस वेबसाइट पर आप ईवी को लेकर खर्च का पूरा कैलकुलेशन खुद भी कर सकते हैं. इसके लिए यहां क्लिक करें.

EV पर थोड़ा और गणित करते हैं

ऊपर एक अनुमान दिया अब यहां दूसरा अनुमान लेते हैं, मान लें रोजाना औसत ट्रैवल 30 किलोमीटर है और प्रति यूनिट बिजली चार्ज 10 रुपये और पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर हैं. अब तुलना करते हैं.

इलेक्ट्रिक स्कूटर:  

  • रोजाना यात्रा: 30 किलोमीटर  
  • 1 महीने में: 900 किलोमीटर की दूरी
  • एक बार चार्जिंग का खर्च: 50 रुपये (5 यूनिट बिजली x ₹10)  
  • एक बार चार्ज पर दूरी: 100 किलोमीटर  
  • प्रति किलोमीटर खर्च: ₹0.50  
  • 1 महीने में बिजली खर्च: ₹450  
  • सालाना बिजली खर्च: ₹5,400  
  • मेंटेनेंस कॉस्ट: ₹2,000  
  • कुल सालाना खर्च: ₹7,400  

पेट्रोल स्कूटर:  

  • रोजाना यात्रा: 30 किलोमीटर  
  • मासिक दूरी: 900 किलोमीटर  
  • स्कूटर का माइलेज: 50 kmpl  
  • पेट्रोल खर्च: ₹1,800 प्रति महीना  
  • सालाना पेट्रोल खर्च: ₹21,600  
  • मेंटेनेंस कॉस्ट: ₹2,000  
  • कुल सालाना खर्च: ₹23,600  

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इस तुलना के अनुसार, एक इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटर के मुकाबले हर साल ₹16,200 की बचत कराता है. यह रकम उन लोगों के लिए काफी मायने रखती है जो सस्ती चीजें चाहते हैं. अगर आपको शुरुआत में थोड़ा ज्यादा खर्च करने में कोई परेशानी नहीं है, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्ग टर्म में आपके पैसे बचाने में काफी मदद करेगा. साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है.