आप भी कार स्टार्ट करते ही दबा देते हैं एक्सीलेटर, कभी न करें ये काम, जानें- क्यों जरूरी है कुछ सेकेंड का इंतजार
Car Safety Tips: पहले की कार को सुबह-सुबह स्टार्ट करके ड्राइवर धैर्यपूर्वक कुछ समय तक इंतजार करते थे. इसके बाद ही वो गाड़ी आगे बढ़ाते थे. कुट टिप्स को अपनाकर आप अपनी कार के इंजन को लंबे समय तक सुरक्षित बना सकते हैं. कार के इंजन को स्टार्ट करने के बाद ये काम जरूर करें.

Car Safety Tips: सुबह-सुबह कई लोग अपनी कार स्टार्ट करते हैं और तुरंत गियर शिफ्ट करके गाड़ी को रोड पर दौड़ा देते हैं. लेकिन कई एक्सपर्ट का मानना है कि कार को स्टार्ट करने के बाद कुछ देर इंतजार करना चाहिए. पहले की कार को सुबह-सुबह स्टार्ट करके ड्राइवर धैर्यपूर्वक कुछ समय तक इंतजार करते थे. इसके बाद ही वो गाड़ी आगे बढ़ाते थे. लेकिन सवाल यह है कि आखिर कार को स्टार्ट करने के बाद कितने मिनट तक या सेकेंड तक इंतजार करना चाहिए और ऐसा करना क्यों जरूरी है.
कितना सेकेंड करें इंतजार
अपनी कार के इंजन को स्टार्ट करें और इसे बस कुछ पल के लिए डीएक्टिव ही रहने दें. इस बीच आप सीट बेल्ट बांध सकते हैं और अपनी कार के मिरर को सेट कर सकते हैं. मॉडर्न कार को स्टार्ट करने के बाद आपको ड्राइव करने के लिए ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं होती है.
हालांकि, कुछ सेकेंड यानी 20-30 सेकेंड इंतजार करना चाहिए. क्योंकि इंजन ऑयल को सर्कुलेट करने और इंजन को लुब्रिकेट करने के लिए आम तौर पर कुछ सेकंड (10-30) का समय पर्याप्त होता है. फिर आप आराम से गाड़ी चला सकते हैं. बहुत ठंडे मौसम में आप गाड़ी चलाने से पहले इंजन को ज्यादा गर्म होने देने के लिए इस समय को थोड़ा बढ़ा सकते हैं.
फ्यूल एफिशिएंसी
लंबे समय तक इंजन के डीएक्टिवेट रहने से जरूरत से अधिक फ्यूल जलता है. अपनी कार के वार्म-अप समय को सीमित करने से आपकी कार की माइलेज में सुधार हो सकता है और पंप पर पैसे की बचत हो सकती है. मॉडर्न इंजन जल्दी से ऑप्टिमल ऑपरेटिंग टेंपरेचर तक पहुंचने के लिए डिजाइन किए गए है.
क्यों जरूरी है इंजन को हीट
एक गैसोलीन इंजन आमतौर पर लगभग 90 डिग्री सेल्सियस (कुछ मॉडल 110 डिग्री सेल्सियस तक जाते हैं) पर चलता है, जबकि एक डीजल इंजन इससे थोड़ा ठंडे तापमान पर चलता है. इंजन को लुब्रिकेट करने वाला मोटर ऑयल इस खास तापमान पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. लेकिन ठंड के मौसम में, तेल गाढ़ा हो जाता है और स्टार्टअप के बाद पहले कुछ सेकंड में यह सभी महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट को ठीक से लुब्रिकेट नहीं कर पाता है. इसका मतलब है कि इंजन कुछ समय के लिए ड्राई चलता है.
इसलिए इंजन को कुछ सेकेंड़ के लिए डीएक्टिवेट रहने देना बहुत जरूरी है. इस दौरान तेल घूमना शुरू कर देता है और इंटरन सरफेस पर एक सेफ्टी फिल्म तैयार करता है. हालांकि, ज्यादा देर तक इंजन को ऑन करके छोड़ना नहीं चाहिए.
डीक्टिवेट RPM का इंतजार करें
स्टार्ट करने के बाद इंजन स्वाभाविक रूप से ज्यादा तेजी से घूमेगा, यह सामान्य है, लेकिन जब टैकोमीटर सुई अपने सामान्य स्तर पर आ जाए, तभी गाड़ी चलाना शुरू करना बेहतर होता है. जभी ड्राइव की शुरुआत करें, तो इंजन को आराम से चलने के लिए कुछ मिनट दें.
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