त्योहारों में फ्लाईट टिकट के लिए नहीं होगा मसला, देश में दोगुनी होगी एयरपोर्ट की संख्या
कुछ लोगों के लिए फ्लाइट से यात्रा करना ट्रेन से यात्रा करने के बराबर हो जाता है. क्योंकि हवाई अड्डा अक्सर उनके घर से कोसों दूर होता है. लेकिन अब सरकार ने इस दिक्कत का हल निकाल लिया है...
अगर आप त्योहारों पर घर जाने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. केंद्र सरकार ने देश में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा है कि सरकार का लक्ष्य हवाई अड्डों की संख्या को 2047 तक 350 तक बढ़ाना और पर्यटन को बढ़ावा देना है. सरकार के इस कदम से छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों तक फ्लाइट कनेक्टिविटी आसान होगी, जिससे यात्रियों को सीधा फायदा होगा.
एविएशन सेक्टर में होगा बड़ा विस्तार
दिल्ली के विज्ञान भवन में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि उनका मंत्रालय देश के दूरदराज के इलाकों को जोड़ने पर जोर दे रहा है, खासकर वे इलाके जो पर्यटन स्थलों के करीब हैं. मंत्री ने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का सपना देख रहा है, और इसे साकार करने के लिए एविएशन सेक्टर का विस्तार महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
नायडू ने बताया कि वर्तमान में देश में 157 हवाई अड्डे हैं, लेकिन अगले 20-25 वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 350 करने की योजना है. इससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए हवाई यात्रा को और सुविधाजनक बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में जब देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 थी, तब 4.6 करोड़ यात्री भारत आते थे, जबकि अब 157 हवाई अड्डे हो जाने के बाद यह संख्या 7 करोड़ हो गई है.
उड़ान योजना से जुड़ेगा आम आदमी
मंत्री नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान योजना की सराहना की और कहा कि इस योजना के माध्यम से हवाई यात्रा को आम आदमी के करीब लाया गया है. सरकार का उद्देश्य हवाई अड्डों के विकास के साथ सीप्लेन और हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी को भी मजबूत करना है. यह कदम भारत के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में अहम होगा.