बाइक या स्‍कूटी खरीदने के लिए ले रहें हैं लोन, जान लें ये 5 जरूरी बातें

अगर आप दोपहिया वाहन यानी स्‍कूटी या मोटरसाइकिल लेने की सोच रहें है और इसके लिए लोन लेने वाले हैं तो कुछ बातों का ध्‍यान रखना बेहद जरूरी है, इससे आप सबसे बेस्‍ट डील पा सकते हैं, साथ ही आपको अतिरिक्‍त चार्जेस भी नहीं देने होंगे.

दोपहिया वाहन लेते समय किन बातों का रखें ध्‍यान Image Credit: freepik

आजकल बाज़ार में दोपहिया वाहनों के लिए कई विकल्प मौजूद हैं. आकर्षक फीसर्च के अलावा इन्‍हें फाइनेंस कराना भी आसान हैं. कंपनियां भी ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर देती हैं. ऐसे में अगर आप भी टू व्‍हीलर खरीदने के लिए लोन लेने जा रहे हैं तो इससे पहले कुछ बातों को जान लें, इससे आपके पॉकेट पर अतिरिक्‍त बोझ नहीं पड़ेगा.

बजट का रखें ख्‍याल

टू व्‍हीलर के लिए लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें. इसके लिए अपनी मासिक आय, खर्च और मौजूदा खर्चों को ध्‍यान में रखते हुए लोन के लिए अप्‍लाई करें. साथ ही आपको कितनी महंगी बाइक लेनी है और कितना आप आसानी से हर महीने ईएमआई चुका पाएंगे, इसका भी ध्‍यान रखें. इसके लिए आपको एक बजट तय करना जरूरी है. इससे आपके पॉकेट पर बोझ नहीं पड़ेगा.

तुलना करना न भूलें

बाइक या स्‍कूटी के लिए लोन लेते समय बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) की ओर से उपलब्‍ध लोन विकल्‍पों की अच्‍छी तरह से पड़ताल करें. किस बैंक या एनबीएफसी में सबसे कम ब्‍याज दर पर लोन मिल रहा है, कितना प्रोसेसिंग फीस है, रीपेमेंट की क्‍या शर्तें हैं, इन सब चीजों की अच्‍छे से तुलना कर लें. जहां आपको सबसे अच्‍छी डील मिलें, वहीं से लोन लें इससे लंबे समय में पैसों की बचत हो सकती है.

क्रेडिट स्कोर रखें अच्‍छा

लोन लेने के लिए क्रेडिट स्‍कोर का अच्‍छा होना बेहद जरूरी है. इसलिए लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर चेक कर लें. अगर आपका क्रेडिट स्‍कोर 750 या इससे ज्‍यादा है तो आपको लोन मिलने में आसानी होगी. जिन लोगों का स्‍कोर इससे नीचे हैं उन्‍हें इसमें सुधार करना चाहिए.

ऋण अवधि और EMI

आपको कितने समय के लिए लोन की जरूरत है जो आपके वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप हो इसका चुनाव करें. वैसे लंबी अवधि मासिक EMI को कम कर सकती है, लेकिन कुल भुगतान किए गए ब्याज को बढ़ा सकती है. मासिक भुगतान की गणना के लिए ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें. आपकी जितनी क्षमता हो उसके अनुसार ईएमआई बनवाएं.

डाउन पेमेंट और एक्‍स्‍ट्रा चार्जेज

लोन लेने समय आपको कितना डाउनपेमेंट करना होगा इसकी अच्‍छे से जानकारी कर लें. अगर आप EMI को कम करना चाहते है तो क्‍या इकट्ठा पैसा जमा कर सकते हैं और क्‍या इस पर कोई अतिरिक्‍त शुल्‍क तो नहीं देना है ये पता कर लें, क्‍योंकि कई बैंक लोन को समय से पहले चुकाने पर कुछ चार्जेज लेते हैं. वहीं कई फाइनेंस कंपनियां इंश्‍योरेंस, रजिस्‍ट्रेशन और मेंटेनेंस को लेकर अतिरिक्‍त चार्ज लगाते हैं इसलिए इन लागतों की भी तुलना करें.