किसने खरीदी थी मारुति की पहली कार, इंदिरा गांधी ने अपने हाथों से सौंपी थी चाबी
मारुति 800 सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियों में से एक थी. 30 साल से अधिक के सफर में इस कार ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. मारुति की 2,917,000 यूनिट्स की बिक्री हुई थी. मारुति 800 का निर्माण हरियाणा में किया था. इसे 1983 में लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत 47,500 रुपये थी.
मारुति सुजुकी ने हाल ही में अपनी 4th जेनरेशन डिजायर को मार्केट में उतारा है, जिससे एक बार फिर सेडान सेगमेंट में इसकी पकड़ मजबूत होने वाली है. इसके साथ ही, मारुति ने एसयूवी सेगमेंट में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई है. आज मारुति देश में एक से बढ़कर एक गाड़ियां बना रही है और अब पेट्रोल-डीजल के अलावा ईवी सेगमेंट में भी अपना विस्तार कर रही है. भारत में मारुति की पहली गाड़ी मारुति 800 थी, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में इसका पहला खरीदार कौन था?
पहली कार का निर्माण कहां हुआ था
मारुति ने अपने मारुति 800 का निर्माण हरियाणा में किया था. इसे 1983 में लॉन्च किया गया था, तब इसकी कीमत 47,500 रुपये थी. मारुति 800 का प्रोडक्शन 2010 में बंद कर दिया गया, लेकिन 2004 तक यह गाड़ी भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार थी.
किसने खरीदी थी पहली कार
मारुति 800 की पहली कार दिल्ली के हरपाल सिंह ने खरीदी थी. उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वयं उन्हें चाबी सौंपी थी. हरपाल सिंह का निधन 2010 में हुआ, लेकिन तब तक यह कार उन्हीं के पास थी. फिलहाल, यह पहली कार मारुति के हेडक्वार्टर में रखी गई है, जिसका नंबर DIA 6479 है.
बिक्री का अनोखा रिकॉर्ड
मारुति 800 सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियों में से एक थी. 30 साल से अधिक के सफर में इस कार ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. मारुति की 2,917,000 यूनिट्स की बिक्री हुई थी. भारत में केवल चार कारें ही मारुति 800 से ज्यादा बिकी हैं, जिनमें मारुति सुजुकी ऑल्टो, हुंडई i10, मारुति सुजुकी स्विफ्ट और मारुति सुजुकी वैगनार शामिल हैं. बंद होने के समय मारुति 800 में 796cc, 3-सिलिंडर, पेट्रोल इंजन लगा था, जो 37bhp की पावर देता था. एसी वाले मारुति 800 के पेट्रोल वर्जन की कीमत लगभग 2.20 लाख रुपये थी.