अगले 5 साल में EV मार्केट 5 करोड़ नौकरियां, 20 लाख करोड़ रुपये का बाजार, बोले-नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, जिससे 5 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी. उन्होंने जीवाश्म ईंधन की समस्याओं पर चिंता जताई और ग्रीन एनर्जी, खासकर सोलर एनर्जी और हाइड्रोपावर के विकास पर फोकस करने पर जोर दिया.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है और इस क्षेत्र में 5 करोड़ नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं. गडकरी ने यह बयान ‘Evexpo 2024’ में दिया, जहां उन्होंने यह भी बताया कि EV फाइनेंस मार्केट भी 2030 तक 4 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ने का अनुमान है.

ग्रीन एनर्जी पर फोकस

गडकरी ने यह भी कहा कि देश में जीवाश्म ईंधन से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, और हम हर साल 22 लाख करोड़ रुपये का जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल-डीजल) इंपोर्ट करते हैं, जिससे आर्थिक समस्याएं बढ़ रही हैं. सरकार अब ग्रीन एनर्जी पर ध्यान दे रही है, जिसमें सोलर एनर्जी और हाइड्रोपावर को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने बायोमास एनर्जी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार इसके विकास के लिए भी प्रयास कर रही है.

इलेक्ट्रिक बसों की कमी

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश में इलेक्ट्रिक बसों की कमी है. उन्होंने कहा कि देश में फिलहाल एक लाख इलेक्ट्रिक बसों की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में केवल 50,000 बसें ही उपलब्ध हैं. उन्होंने देश की ऑटो कंपनियों से अपील की कि वे अपने प्रोडक्शन कैपिसीटी का विस्तार करें और क्वालिटी से कोई समझौता न करें.

जापान को पीछे छोड़ा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर का आकार 2014 में 7 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है, और अब भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया में तीसरे स्थान पर आ गया है. गडकरी ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में भारत को इस सेक्टर में टॉप स्थान पर पहुंचने की आवश्यकता है.

लिथियम-आयन बैटरी निर्माण जरूरी

गडकरी ने लिथियम-आयन बैटरी निर्माण को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि टाटा, अडानी और मारुति जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में काम कर रही हैं। भारत में 16,000 EV चार्जिंग स्टेशन हैं और 2,800 और पाइपलाइन में हैं, जो EV बाजार को और भी मजबूत बनाएंगे.