Honda और Nissan मिलाएंगे हाथ, मर्जर की तैयारी, Toyota को देंगे टक्कर

Honda Motor Company और Nissan Motor Company विलय की संभावना पर शुरुआती चर्चा कर रही हैं.फिलहाल ये इनिशियल स्टेज में है. अभी तक इसकी पुष्टि दोनों कंपनियों ने नहीं की है. अगर यह मर्जर होता है तो जापानी कार कंपनियां दो खेमों में बंट जाएंगी. एक तरफ Honda, Nissan और Mitsubishi होंगे, वहीं दूसरी तरफ Toyota Group की कंपनियां होंगी.

होंडा मोटर कंपनी और निसान मोटर कंपनी Image Credit: money9live.com

दुनिया के कार मार्केट में बड़ी हलचल देखने को मिल सकता है, क्योंकि Honda Motor Company और Nissan Motor Company विलय की संभावना तलाश रहे हैं. इस विलय के बाद जापानी कार निर्माता कंपनी Toyota Motor Corporation के लिए एक दमदार प्रतिद्वंदी का निर्माण होगा, जो दुनिया भर में इस कंपनी को चुनौती दे सकती है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कंपनियां इस पर शुरुआती चर्चा कर रही हैं. बताया जा रहा है कि बातचीत अभी इनिशियल स्टेज में है और हो सकता है कि कोई समझौता भी न हो. अभी तक इसकी पुष्टि दोनों कंपनियों ने नहीं की है. Honda ने अपने बयान में कहा, “हम अपने शेयरधारकों को सही समय पर किसी भी अपडेट के बारे में सूचित करेंगे.”

आखिर यह चर्चा क्यों हो रही है? कंपनियों के हाल के फैसले इस ओर इशारा कर रहे हैं. Nissan ने फ्रांस की Renault SA के साथ अपनी साझेदारी में अहम बदलाव कर दिए है, वहीं दूसरी तरफ Honda ने General Motors Company से अपनी साझेदारी खत्म कर दी है. अगर यह मर्जर होता है तो जापानी कार कंपनियां दो खेमों में बंट जाएंगी. एक तरफ Honda, Nissan और Mitsubishi होंगे, वहीं दूसरी तरफ Toyota Group की कंपनियां होंगी.

Toyota के आगे फीका है रंग

इस विलय को कई मायनों में जापान के कमजोर खिलाड़ियों के बीच एक रक्षात्मक विलय के रूप में देखा जा रहा है. Honda, Nissan और Mitsubishi को मिलाकर तीनों कंपनियों ने साल के पहले छह महीनों में दुनियाभर में 40 लाख गाड़ियां बेचीं, जबकि अकेले Toyota ने 52 लाख गाड़ियां बेचीं हैं. Toyota ने Subaru Corp., Suzuki Motor Corp. और Mazda Motor Corp. में हिस्सेदारी ले रखी है.

कितना है मार्केट कैप

मंगलवार को टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार बंद होने तक Honda का वैल्यू 6.8 ट्रिलियन येन था, जो Nissan के 1.3 ट्रिलियन येन के मार्केट कैप से काफी ज्यादा है. लेकिन दोनों को मिलाकर भी Toyota के 42.2 ट्रिलियन येन के मार्केट कैप से बहुत कम है. अब देखना दिलचस्प होगा कि कंपनियों के विलय के बाद वे Toyota को किस तरह टक्कर देंगे. वहीं, यह देखना होगा कि Toyota अपनी रणनीति में बदलाव करके इन कंपनियों के प्रभाव को किस तरह कम करता है.