Ratan Tata की 7 आइकॉनिक कारें: भारत ही नहीं, दुनिया में भी बनाई अपनी पहचान
रतन टाटा के निधन की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया है. प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक ने शोक व्यक्त किया, और इस खबर से भारत के करोड़ों लोग दुखी हैं. रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को कई क्षेत्रों में अव्वल बना दिया. कार इंडस्ट्री इनमें से एक रही. आज टाटा की ईवी कार भारतीय बाजार में शीर्ष स्थान पर बनी हुई है.
रतन टाटा के निधन की खबर ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. उन्होंने टाटा ग्रुप के चेयरमैन और टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. एक दूरदर्शी उद्योगपति के रूप में उन्होंने हर व्यापार क्षेत्र में झंडा बुलंद किया, जिसमें कार इंडस्ट्री का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा. कार इंडस्ट्री में रतन टाटा की ये 7 कारें दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं.
Tata Estate
जब भारत में बहुत कम लोग स्टेशन वैगन से परिचित थे, तब टाटा ने 1992 में टाटा एस्टेट पेश की थी. एस्टेट, टाटा टेल्कोनलाइन पिकअप ट्रक पर आधारित थी और इसमें कई विशेषताएं थीं जैसे टैकोमीटर और पावर विंडो, जो उस समय की सोच से काफी आगे थीं. इसका डिजाइन मर्सिडीज-बेंज स्टेशन वैगन डिजाइन पर आधारित था और इसमें प्यूजो-सोर्स्ड 1.9-लीटर डीजल इंजन लगा था.
Tata Sierra
टाटा सिएरा के बारे में ऑफ-रोडिंग के शौकीनों को बताने की जरूरत नहीं है. यह गाड़ी अपने समय से बहुत आगे थी, और जब हम आज पीछे मुड़कर देखते हैं, तो इसकी उन्नत तकनीक का अंदाजा होता है. सिएरा का तीन दरवाजों वाला डिजाइन इसे अन्य गाड़ियों से अलग बनाता था. इसमें 2.0-लीटर डीजल इंजन था, जो 63 bhp की पावर उत्पन्न करता था.
Tata Indica
भारत में पूरी तरह से निर्मित यह डीजल कार घर-घर तक अपनी पहचान बना चुकी थी. 1998 में लॉन्च की गई इंडिका के कई संस्करण बाजार में आए. यह आधुनिक टाटा कारों का एक तरह से आधार थी. लॉन्च होने के एक सप्ताह के भीतर ही इसे 11,000 से अधिक ऑर्डर मिले थे. इस कार ने अपने सेगमेंट में सबसे ज्यादा बिकने का रिकॉर्ड बनाया था. 2018 में इसका निर्माण बंद कर दिया गया, और बाद में टाटा बोल्ट और टाटा टियागो ने इसका स्थान लिया.
Tata Manza
2009 में लॉन्च हुई यह कार एक लग्जरी कार के रूप में जानी जाती थी. इसमें एसआरएस एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, डैश-इंटीग्रेटेड ऑडियो सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, लेदर अपहोल्स्ट्री, डायमंड-कट एलॉय-व्हील्स और 500 लीटर का ट्रंक जैसी सुविधाएं मौजूद थीं.
Tata Nano
टाटा नैनो को कौन भुला सकता है, जिसका उद्देश्य हर भारतीय को अपनी कार रखने का मौका देना था. इसे 2008 में लॉन्च किया गया था. यह रतन टाटा की एक व्यक्तिगत परियोजना थी. इसे ‘लखटकिया कार’ के नाम से भी जाना जाता है.
Tata Safari
टाटा सफारी को 1998 में लॉन्च किया गया था और इसने कई देशों में अपनी पहचान बनाई. इसके कई वेरिएंट 1998 के बाद से बाजार में आ चुके हैं, और इसे आधुनिक सफारी के नाम से जाना जाता है.
Tata Nexon
टाटा नेक्सन ने लॉन्च होते ही एक अलग पहचान बनाई. अब इसका इलेक्ट्रिक वर्जन भी बाजार में उपलब्ध है. ईवी मार्केट के बढ़ते रुझान को देखते हुए टाटा ने इसका फायदा उठाया और नेक्सन ईवी पेश की. आज यह भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों में से एक है.