रेनॉ का भारत के ऑटो मार्केट पर बड़ा दांव, निसान इंडिया में खरीदेगी 51 फीसदी हिस्सेदारी
रेनॉ ग्रुप ने रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया लिमिटेड (RNAIPL) की बची हुई 51 फीसदी को खरीदने का फैसला किया है. फिलहाल यह हिस्सेदारी निसान मोटर्स के पास है. इसी के साथ कंपनी ने यह भी कहा कि रेनॉ ग्रुप और निसान के बीच चल रहे प्रोजेक्ट जारी रहेंगे.

Renault acquire Nissan’s Share: रेनॉं ने निसान से अपनी भारत स्थित ऑटो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, रेनॉं-निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (RNAIPL) में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का फैसला लिया है. दोनों कंपनियों के बीच यह कदम उनकी पार्टनरशिप को फिर से स्ट्रक्चर करने के तहत उठाया गया है. रेनॉं ने निसान से यह हिस्सा खरीदकर भारतीय बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने की योजना बनाई है. दोनों कंपनियों ने अपनी क्रॉस-शेयरहोल्डिंग में भी बदलाव करने पर सहमित जताई है जिसमें हर कंपनी को अपने स्टेक को 15 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी तक कम करने का ऑप्शन मिलेगा.
रेनॉ ग्रुप ने सोमवार, 31 मार्च को कहा कि वह रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (RNAIPL) की बची हुई 51 फीसदी हिस्सेदारी को खरीद लेगा जो मौजूदा समय में निसान मोटर्स के पास है. निसान ने भारत में अपनी मौजूदगी को बनाए रखने और बाजार में कवरेज बढ़ाने पर खास ध्यान देगा. कंपनी ने अपने बयान में कहा, RNAIPL निसान के नए मॉडल का प्रोडक्शन जारी रखेगा इसमें नई निसान मैग्नाइट भी शामिल है. कंपनी के फ्यूचर और उसके विस्तार के लिए यह अहम फैसले के तौर पर काम करेगा.
जारी रहेंगे मौजूदा प्रोजेक्ट्स
इस समझौते में रेनॉ ग्रुप और निसान के बीच मौजूदा प्रोजेक्ट को जारी रखने और भारत में रेनॉ ग्रुप और निसान के फ्यूचर के रिलेशन को बेहतर करने वाले समझौता भी शामिल हैं. बयान में कंपनी ने यह भी कहा कि निसान आने वाले सालों में भारत के लिए वाहनों की सोर्सिंग और एक्सपोर्ट के लिए RNAIPL का इस्तेमाल करना जारी रखेगा.
भारतीय ग्राहक और सर्विस पर फोकस
निसान के अध्यक्ष और सीईओ इवान एस्पिनोसा ने कहा, “निसान पार्टनरशिप के भीतर कंपनी अपनी रणनीतिक साझेदारी के वैल्यू और बेनिफिट्स को बनाए रखने के लिए कमिटेड है. जबकि प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए टर्नअराउंड उपायों को लागू किया जाएगा. हमारा टारगेट एक शानदार बिजनेस मॉडल बनाना है जो हमें बदलती बाजार स्थितियों पर तुरंत फीडबैक प्रदान कर सकें. इसके अलावा हम भारतीय बाजार के लिए भी पूरी तरह से कमिटेड हैं जो लोकल कंज्यूमर के हिसाब से अपनी गाड़ियों को टॉप-नॉच बनाने और पुराने ग्राहकों के सर्विस को बेहतर करने पर फोकस हैं.”
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