महज इतने घंटे में बन जाती है Tata Punch, यहां से आया आइडिया जिससे मारुति भी हुई पस्त

Tata Punch की रिकॉर्ड बिक्री बताती है कि इसने Maruti Suzuki के 40 साल के वर्चस्व को झटका दिया है. लेकिन Tata Punch के पीछे इसके बनने की क्या कहानी है, Tata Punch ने ऐसा क्या कर दिया है कि ये अपने सेगमेंट की बेस्ट कार बन गई?

Tata Punch कैसे बनी नंबर 1 कार Image Credit: Canva

Tata Punch Success Story: टाटा मोटर्स की कार Tata Punch ने अपनी लॉन्चिंग के 4 साल से भी कम समय में 5,00,000 यूनिट्स की बिक्री का रिकॉर्ड बना लिया है. यह एंट्री-लेवल SUV, है जो Tata Motors ने अक्टूबर 2021 में मार्केट में लॉन्च की थी. लेकिन महज इतने कम समय में टाटा पंच ने इतनी बड़ी उपलब्धि कैसे हासिल की, उसने मारुति को वर्चस्व को तोड़ने के लिए क्या रणनीति बनाई, जिससे मारुति की WagonR जैसी कार भी पिछड़ गई. तो आइए जानते हैं कि इस कार में क्या खास है और मारुति सुजुकी के 40 साल के वर्चस्व को टाटा ने कैसे पंच किया है और इसकी सफलता के पीछे इसकी मैन्युफैक्चरिंग टाइमिंग का भी है हाथ.

कैसी रही Tata Punch की सालाना बिक्री

Tata Punch अपनी हाई सेफ्टी रेटिंग्स के लिए खासतौर पर जानी जाती है. यह Maruti Suzuki की कारों को चुनौती देने वाली सबसे बड़ी गाड़ी बनकर उभरी है. 2024 में यह भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार तो बनी ही साथ ही ये ऐसा करने वाली 40 सालों में पहली गैर Maruti Suzuki कार बन गई है. खास बात यह भी है कि यह भारतीय कंपनी की ही गाड़ी है जिसने भारतीयों की असल पसंद और जरूरत को समझ कर पंच को तैयार किया.

क्या है Tata Punch की कहानी

Tata Motors ने पहली बार Auto Expo 2020 में इसे HBX Concept के रूप में पेश किया था. इसके बाद अक्टूबर 2021 में इसे ‘PUNCH’ नाम से लॉन्च किया गया. यह Tata SUV फैमिली की चौथी गाड़ी है. लॉन्च के समय, Punch ने अपनी 5-स्टार ग्लोबल NCAP सेफ्टी रेटिंग के साथ लोगों पर अच्छा खासा असर डाला.

UK-इटली से मिला सपोर्ट

ये तो कहने वाली बात हो गई कि इसे यूके और इटली का भी सपोर्ट मिला लेकिन असल में Punch को Tata Motors की इंडिया, UK और इटली के डिजाइन स्टूडियोज ने मिलकर बनाया है. ये डिजाइन स्टूडियो टाटा मोटर्स के ही हैं.

तीनों ने मिलकर इसे एक बिल्कुल नई कैटेगरी सब-कॉम्पैक्ट SUV या माइक्रो SUV के रूप में डेवलप किया, जो एक ऐसी गाड़ी की डिमांड को पूरा करती है जो आकार में छोटी हो लेकिन अंदर से स्पेशियस और दमदार हो.

डिजाइन की बात करें तो Punch को Agile Light Flexible Advanced (ALFA) आर्किटेक्चर पर बनाया गया है. इसमें कई नए इनोवेशन शामिल किए गए हैं जो गाड़ी की फंक्शनलिटी और ड्राइविंग अनुभव को बेहतर बनाते हैं. भारत की सड़कों पर कई चुनौतियां हैं लेकिन इसकी हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और टॉल स्टांस इससे निपटने में कामयाब हुई.

Tata Motors का दावा है कि यह भारत की पहली सब-कॉम्पैक्ट SUV है, जिसमें हैचबैक की फुर्ती और SUV का DNA है.

Tata Punch के आगे इसलिए पिछड़ गई वैगन आर- ऑल्टो

टाटा पंच को सड़कों को उतारने का आइडिया शायद मारुति को पछाड़ने के लिए बनाए गए प्लान से आया होगा. Maruti, 1981 में बजट कार बनाने की सोच के साथ भारत में आई थी. तब अल्टो को लॉन्च किया गया था जो लंबे समय तक बाजार में बिकी, इसी बीत वैगन आर ने भी अपने रिकॉर्ड बनाए. पिछले 40 सालों में कई ग्लोबल और भारतीय ब्रांड्स ने इसे हराने की कोशिश की, लेकिन सभी नाकाम रहे.

लेकिन शायद Tata Motors ही है जिसने ना केवल Maruti की कमजोरियों पर फोकस किया, साथ ही उसे अपनी ताकत बनाने में यह कामयाब रही. टाटा ने:

इन सेक्टर्स पर ध्यान दिया. खासतौर पर यह फोकस इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में दिया गया. Maruti इन क्षेत्रों में कमजोर रही और टाटा की यह रणनीति कामयाब रही.

Punch अपने सेगमेंट में सबसे सेफ गाड़ी है, क्योंकि इसे 2021 में ग्लोबल NCAP से 5-स्टार रेटिंग मिली है. और तो और, Punch ने एडल्ट पैसेंजर कैटेगरी में 5 स्टार रेटिंग और बच्चों की सुरक्षा के लिए तीन स्टार रेटिंग हासिल की है. टाटा मोटर्स ने इस एसयूवी को स्वे कंट्रोल फंक्शन से भी लैस किया है, जो इस सेगमेंट में पहली बार है. यह फंक्शन सुनिश्चित करता है कि कार इमरजेंसी की स्थिति में ब्रेक लगाने पर स्थिर और नियंत्रित रहती है. साथ ही ABS, EBD, ट्विन एयरबैग्स, फॉग लैंप्स, रिवर्स पार्किंग कैमरा, और रेन-सेंसिंग वाइपर्स जैसे फीचर्स इसे सेगमेंट में खास बनाते हुए एक सुरक्षित कार भी बनाते हैं.

Tata Punch वेरिएंट्स और कीमत

Punch पेट्रोल और CNG दोनों वर्जन में उपलब्ध है:

कीमतें (एक्स-शोरूम):

कहां है Tata Punch का प्लांट?

Tata Motors का प्लांट महाराष्ट्र के पुणे में हैं जहां प्लांट ALFA आर्किटेक्स्चर पर आधारित है, जिसे 2019 में पेश किया गया था. EVO इंडिया के मुताबिक, 2023 तक यहां हर दिन 800 से ज्यादा गाड़ियां तैयार होती हैं. Punch को बनाने में कुल 36 घंटे लगते हैं. TCF असेंबली लाइन पर गाड़ी का फाइनल असेंबली किया जाता है, जहां गाड़ी के शेल में सभी पार्ट्स फिट किए जाते हैं और उसे टेस्ट किया जाता है.