टेस्ला भारत में एंट्री के लिए है ऑल सेट, भारत सरकार से मिली हरी झंडी

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने भारत में मॉडल Y और मॉडल 3 को स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कंपनी ने पहले सात आवेदन किए थे. यह परीक्षण के लिए थे. अब एक आठवां आवेदन हाल ही में मंजूर हुआ है. यह कदम उस समय लिया गया है जब भारत और अमेरिका के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत हो रही है. इसके तहत दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कस्टम शुल्क कम करने की उम्मीद है.

एलन मस्क Image Credit: GettyImages

Elon Musk Tesla: एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने भारत में मॉडल Y और मॉडल 3 को स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह प्रक्रिया सभी वाहनों के लिए जरूरी होती है. टेस्ला इंडिया मोटर एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने भारत में इन दोनों कारों के होमोलोगेशन के लिए आवेदन किया है. होमोलोगेशन वह प्रक्रिया है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि वाहन भारतीय मानकों के अनुसार सुरक्षित, प्रदूषण मुक्त और सड़क पर चलने योग्य है.

इतने किए आवेदन

कंपनी ने पहले सात आवेदन किए थे. यह परीक्षण के लिए थे. अब एक आठवां आवेदन हाल ही में मंजूर हुआ है. यह कदम उस समय लिया गया है जब भारत और अमेरिका के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत हो रही है. इसके तहत दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कस्टम शुल्क कम करने की उम्मीद है.

ये भी पढ़े: SIP का कमाल, महज 15 हजार से बनाए 41 करोड़ रुपए का कॉर्पस…समझे पूरा गणित

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार है भारत

एलन मस्क भारत में आने के लिए उत्सुक हैं क्योंकि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार है. चीन पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद यह उनके लिए एक वैकल्पिक बाजार हो सकता है. भारतीय सरकार भी मस्क से टेस्ला के लिए एक कार निर्माण संयंत्र स्थापित करने की उम्मीद करती है. मस्क फिलहाल कारों को सीधे भारत में निर्यात करने की योजना बना रहे हैं.

इतनी हुई थी बिक्री

भारत में साल 2024 में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. यह साल 2023 में 82,688 यूनिट्स से बढ़कर 99,165 यूनिट्स हो गई. टाटा मोटर्स और जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स इस क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ी हैं. इसके अलावा लक्जरी इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में भी बढ़ोतरी हुई है. इसमें साल 2024 में 2,809 इकाइयां बिकीं. यह साल 2023 में 2,633 यूनिट्स थीं. होमोलोगेशन वह प्रक्रिया है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि वाहन भारतीय मानकों के अनुसार सुरक्षित, प्रदूषण मुक्त और सड़क पर चलने योग्य है.

ये भी पढ़े: NPS vs UPS: अगर आप भी है सरकारी कर्मचारी, इतना निवेश करने पर मिलेगी 1 लाख रुपए की पेंशन