टाटा के भरोसे पार लगेगी टेस्ला की नैया, भारत में एंट्री के लिए मस्क का ये है प्लान

टाटा की कंपनियां टेस्ला के साथ एक बड़ी भूमिका की तैयारी कर रही हैं. टाटा ग्रुप की कई कंपनियां जैसे टाटा ऑटोकॉम्‍प, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा टेक्नोलॉजीज और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, टेस्ला के साथ मिलकर काम कर रही हैं. टाटा धीरे-धीरे टेस्ला के लिए एक बड़ा ग्लोबल सप्लायर बन गया है.

टाटा के भरोसे पार लगेगी टेस्ला की नैय्या Image Credit: Money 9

Tesla and Tata: ‘ट’ से टाटा और टेस्ला, दोनों का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. दोनों कंपनियां ग्लोबल मार्केट में अहम साथी भी बन चुकी हैं. अब इसी साझेदारी को एलन मस्क की टेस्ल भारत में भुनाने की तैयारी में है. असल में ग्लोबल लेवल पर टाटा ग्रुप की टाटा ऑटोकॉम्‍प, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, टेस्ला के साथ मिलकर काम कर रही हैं. ऐसे में भारत में बढ़ती संभावना को देखते हुए, दोनों ग्रुप के बीच अहम बातचीत चल रही है.

भारत में टेस्ला की शुरुआत

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला को भारत में पार्ट्स की सप्लाई के लिए अहम पार्टनर की तलाश है. और टाटा पहले से ही ग्लोबल मार्केट में टेस्ला को कई प्रोडक्ट की सप्लाई कर रहा है. ऐसे में टेस्ला को इसका फायदा भारत में मिल सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला के वरिष्ठ अधिकारी भारतीय सप्लायर्स से लगातार मिल रहे हैं. खबर है कि टाटा ग्रुप की कंपनियां टेस्ला के साथ बड़े समझौते की तैयारी में है. इसके पहले साल 2024 में टेस्ला को भारत से 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा की प्रोडक्ट सप्लाई हुई थी.

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टाटा ग्रुप टेस्ला को क्या करता है सप्लाई

रिपोर्ट के अनुसार टाटा ग्रुप पहले से ही ग्लोबल सप्लाई के तहत काम कर रहा है. ऐसे में टेस्ला भारत में छूट और सुविधाओं की उम्मीद भी कर रहा है. इस नई डील की संभावनाओं पर अभी दोनों कंपनियों ने कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है. टाटा ऑटोकॉम्‍प इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए खास पार्ट्स बनाती है. जबकि टाटा टेक्नोलॉजीज प्रोडक्ट मैनेजमेंट में हेल्प करती है. इसी तरह TCS सर्किट बोर्ड टेक्नोलॉजी देता है और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स चिप्स की सप्लाई आने वाले दिनों में करेगी. इसके अलावा टेस्ला भारत से संवर्धन मदरसन, सुप्राजित इंजीनियरिंग, सोना BLW, वरोक इंजीनियरिंग, भारत फोर्ज जैसी कंपनियों से भी पार्ट्स ले रही है.

टेस्ला की तैयारी

टेस्ला अपनी गाड़ियों के लिए मोटर, बैटरी और चार्जर खुद बनाती है. लेकिन बाकी पार्ट्स के लिए ग्लोबल सप्लायर्स पर निर्भर है. अब टेस्ला ने चीन और ताइवान के बाहर पार्ट्स बनाने की योजना शुरू की है. कंपनी भारत के राज्यों जैसे गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और तेलंगाना के सरकारों से भी बात कर रही है जिससे यहां मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया जा सके.