EV Sector को बढ़ावा देने के लिए अब और ज्यादा सब्सिडी-इन्सेंटिव जरूरी नहीं: पीयूष गोयल

EV सेक्टर को दिए जाने वाले अतिरिक्त प्रोत्साहन को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक बयान दिया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि सरकार फिलहाल EV सेक्टर के लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त प्रोत्साहन नहीं देगी.

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल Image Credit: tv9 भारतवर्ष

भारत में सरकार इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. सरकार EV गाड़ियां खरीदने के लिए सब्सिडी देती है और ईवी बनाने वाली कंपनियों को इंसेंटिव भी देती है. EV सेक्टर को दिए जाने वाले अतिरिक्त प्रोत्साहन को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक बयान दिया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि सरकार फिलहाल EV सेक्टर के लिए किसी भी तरह का अतिरिक्त प्रोत्साहन नहीं देगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा प्रोत्साहन EV मोबिलिटी सेक्टर के लिए पर्याप्त हैं और इससे आगे कोई अतिरिक्त प्रोत्साहन आवश्यक नहीं है.

क्यों प्रोत्साहन की जरुरत नहीं है?

पीयूष गोयल ने बताया कि देश में बैटरी बनाने की लागत कम हो गई है और बैटरी स्वैपिंग सिस्टम भी उपलब्ध है उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑटोमोबाइल कंपनियों और स्टार्टअप्स से बातचीत की है, और इस बातचीत में सभी ने सहमति जताई कि मौजूदा सब्सिडी योजना के बाद और किसी सब्सिडी की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने ईवी चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर भी बात की. गोयल ने यह भी बताया कि अब कंज्यूमर ईवी के साथ सीएनजी जैसे वाहनों का भी विकल्प चुन सकते हैं.

स्टार्टअप को लेकर पीयूष गोयल ने क्या कहा?

पीयूष गोयल ने कहा कि देश में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं और हमारे युवा इसमें सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्टार्टअप्स देश की कई समस्याओं का समाधान कर रहे हैं और नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न कर रहे हैं. साथ ही, 10 मिनट में एंबुलेंस सेवा के बारे में गोयल ने यह सुझाव दिया कि स्टार्टअप्स को देश के कानूनों का पालन करना चाहिए और सभी कानूनी आवश्यकताओं का ठीक से ध्यान रखना चाहिए.

स्टार्टअप इंडिया के 10 साल पूरे होने का जश्न

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार 16 जनवरी को “स्टार्टअप इंडिया” कार्यक्रम के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाएगी. इस अवसर पर स्टार्टअप इकोसिस्टम की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा. यह पहल 16 जनवरी, 2016 को शुरू की गई थी, हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2015 को लाल किले से अपने भाषण में इसकी घोषणा की थी.