EV Charger Refund: क्‍या कंपनियों ने आपसे भी लिया है ईवी चार्जर का एक्‍सट्रा दाम? अप्रैल से पहले कर डालें रिफंड का दावा

अगर आपने भी ईवी स्कूटर खरीदते समय चार्जर के लिए अलग से भुगतान किया है तो कंपनियां रिफंड कर रही हैं. रिफंड के लिए अंतिम मौका अप्रैल 2025 तक है. ऐसे में यदि आपने Ather, Ola, TVS और Hero जैसी कंपनियों का स्कूटर खरीदा है तो रिफंड के लिए इन आसान प्रक्रियाओं का पालन करना होगा.

ईवी स्कूटर Image Credit: money9live.com

EV Charger Refund: अगर आपने भी Ather, Ola, TVS और Hero जैसी कंपनियों का इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदा है, तो आपको भी रिफंड मिलने वाला है. Ather, Ola, TVS और Hero जैसी इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता कंपनियों ने चार्जर के लिए रिफंड के संबंध में सार्वजनिक नोटिस जारी किए हैं, जिनका बिल पहले स्कूटरों से अलग से लिया जाता था. अगर आपने एथर, ओला, टीवीएस या हीरो से इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदा है और मार्च 2023 तक चार्जर के लिए अलग से भुगतान किया है, तो आपको चार्जर के लिए दिया गया पैसा रिफंड मिलेगा. अगर आपने अभी तक क्लेम नहीं किया है, तो जल्दी से क्लेम कर दें क्योंकि इसकी अंतिम मौका अप्रैल 2025 तक ही है.

कैसे मिलेगा रिफंड

रिफंड लेने के लिए सबसे पहले आपको बिल सहित इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने के डॉक्यूमेंट देने होंगे. फिर रद्द किए गए चेक की प्रति के साथ बैंक अकाउंट का डिटेल साझा करना होगा. आप ईमेल के माध्यम से या कंपनी के शोरूम पर जाकर संपर्क कर सकते हैं.

अभी नोटिस क्यों जारी किया गया है

अब आप सोच रहे होंगे कि यह नोटिस अब क्यों जारी किया गया है, जबकि रिफंड प्रक्रिया तो डेढ़ साल से भी अधिक समय से चल रही है. कंपनियों का दावा है कि उन्होंने प्रभावित ग्राहकों को मैसेज, ईमेल, व्हाट्सएप, वेबसाइटों और सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से रिमाइंडर भेजे हैं.

इसके बावजूद कुछ ग्राहकों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है या अपना रिफंड क्लेम नहीं किया है. Ministry of Heavy Industry ने कथित तौर पर सुझाव दिया है कि कंपनियां रिफंड प्रक्रिया को समाप्त करने से पहले समाचार पत्रों में सार्वजनिक नोटिस जारी करें. ऐसे में अब जब इसकी अंतिम तिथि अप्रैल 2025 है, तो यह नोटिस जारी किया गया है.

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क्यों हो रहा है रिफंड

ARAI (Automotive Research Association of India) के सर्टिफिकेशन के अनुसार, चार्जर इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) का एक अभिन्न हिस्सा है और यह गाड़ी की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. बिना बेहतर चार्जर के EV बेचना सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक हो सकता है या वाहन को संभावित नुकसान पहुंचा सकता है. FAME II सब्सिडी पॉलिसी के तहत, 1.5 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन सब्सिडी के पात्र नहीं थे. हालांकि, FAME नीति में चार्जर का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया था.

उस समय, EV अपेक्षाकृत महंगे थे. स्कूटर की कीमतों को सब्सिडी सीमा के भीतर लाने के लिए कंपनियों ने चार्जर के लिए अलग से पैसा लेना शुरू कर दिया, जिससे स्कूटर कागज पर अधिक किफायती दिखने लगे. सरकार ने बाद में स्पष्ट किया कि चार्जर को अलग नहीं किया जा सकता क्योंकि यह गाड़ी का एक अनिवार्य हिस्सा है. इस निर्देश का पालन करने के लिए कंपनियां उन सभी ग्राहकों को रिफंड देने पर सहमत हुईं, जिन्हें चार्जर के लिए अलग से बिल भेजा गया था.