2026 तक 5 लाख भारतीय बनेंगे AI के उस्ताद, IndiaAI के साथ ट्रेनिंग देगी Microsoft
अगले एक साल के भीतर भारत के 5 लाख युवा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल में उस्ताद बन जाएंगे. इसके लिए केंद्र सरकार की AI पहल IndiaAI के तहत युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग में दिग्गज टेक कंपनी Microsoft अहम भूमिका निभाएगी.
केंद्र सरकार की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यूनिट IndiaAIऔर Microsoft की तरफ से 2026 तक 5 लाख भारतीयों को AI के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी जाएगी. इन पांच लाख भारतीयों में छात्र, शिक्षक, डेवलपर्स, सरकारी अधिकारी और महिला उद्यमियों सहित तमाम लोग शामिल होंगे. बुधवार को केंद्र सरकार के इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय और Microsoft के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और दक्षिण एशिया के प्रमुख पुनीत चंडोक ने बताया कि कंपनी के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने जो 300 करोड़ डॉलर निवेश का ऐलान किया है, उससे भारत में तकनीक, बुनियादी ढांचे और एआई क्षमता के निर्माण और मानव पूंजी का निर्माण पर होगा. चंडोक ने कहा, “हमने पिछले साल 20 लाख लोगों को प्रशिक्षण देने की घोषणा की थी.
एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षण का लक्ष्य
चंडोक ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट की मदद से अब तक 24 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. उन्होंने कहा, ‘हमने अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करने की घोषणा की है. इसके लिए हमने इंडियाएआई मिशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं और इसके तहत 5 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा.” इसके साथ ही चंडोक ने कहा कि “हम भारत एआई मिशन पर सरकार के साथ मिलकर एक एक्सिलेंस सेंटर भी स्थापित कर रहे हैं.”
ये है सरकार की योजना
पिछले वर्ष मार्च में सरकार ने देश में AI इकोसिस्टम के विकास के लिए 5 साल के लिए 10,372 करोड़ रुपये मंजूर किए थे. इस रकम की मदद से 20 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (NSTI) में AI प्रोडक्टिविटी लैब और 10 राज्यों में NIELIT केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इन केंद्रों की मदद से 20,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है, जो 200 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में AI फाउंडेशन कोर्स पढ़ाएंगे. इससे देश में 1 लाख ऐसे छात्रों की फौज खड़ी हो जाएगी, जो एआई के बुनियादी इस्तेमाल में दक्ष होंगे.
स्टार्टअप इकोसिस्टम में बड़ेगा इनोवेशन
केंद्र सरकार के इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने माइक्रोसॉफट और इंडियाएआई के बीच हुए समझौते की जानकारी देते हुए बताया कि इस समझौते के तहत माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च (एमएसआर) की विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए अहम क्षेत्रों में एआई-सक्षम समाधान विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा. इसके साथ ही बताया कि माइक्रोसॉफ्ट का फाउंडर्स हब कार्यक्रम इंडियाएआई मिशन के तहत 1,000 एआई स्टार्टअप्स को एज्योर क्रेडिट और मेंटोरशिप जैसे लाभ देगा, जिससे भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा.
फाउंडेशनल मॉडल बनाने में मिलेगी मदद
केंद्र सरकार के वक्तव्य में कहा गया है कि इस पहल से भारत की भाषाई विविधता से जुड़ी जरूरतों के लिहाज से भारतीय भाषा में एआई के फाउंडेशनल मॉडल विकसित करने में मदद मिलेगी. माइक्रोसॉफ्ट इस पहल के तहत डेटासेट क्यूरेशन, एनोटेशन और सिंथेटिक डेटा जेनरेशन के लिए टूल सहित एक मजबूत और स्केलेबल डेटासेट प्लेटफॉर्म बनाने में इंडियाएआई की मदद करेगी.