8वें वेतन आयोग में कितनी मिलेगी ग्रेच्युटी, जानें कैसे होगा कैलकुलेट
8th Pay Commission Gratuity Calculator: हाल ही में सरकार ने आठवें वेतन आयोग की मंजूरी दी, इससे बेसिक सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी के साथ ग्रेच्युटी पर भी फर्क पड़ेगा. ऐसे में अगर किसी ने 20 या 30 साल नौकरी की है तो रिटायरमेंट के बाद उसकी कितनी ग्रेच्युटी बन सकती है, आइए समझते हैं पूरा कैलकुलेशन.
How to calculate Gratuity in 8th Pay Commission: केंद्र सरकार ने हाल ही में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी, इससे न सिर्फ मिनिमम सैलरी और पेंशन में इजाफा होगा, बल्कि ग्रेच्युटी पर भी फर्क पड़ेगा. 7वें वेतन आयोग के तहत जहां सैलरी में बढ़ोतरी के लिए 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था. वहीं 8वें वेतन आयोग के लिए यूनियन 2.86 फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रही है. इसके मंजूर होने पर न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकती है. ऐसे में ग्रेच्युटी में कितनी बढ़ोतरी होगी और इसका कैलकुलेशन किस हिसाब से होगा, ये एक तय फॉमूले पर आधारित होगी. आज हम आपको ग्रेच्युटी कैलकुलेट करने के तरीके और कितने साल में कितनी रकम बतौर ग्रेच्युटी मिल सकती है इसके बारे में बताएंगे.
ग्रेच्युटी क्या होती है?
ग्रेच्युटी के कैलकुलेशन को समझने से पहले ये होती क्या है, इससे जानना बेहद जरूरी है. यह एक ऐसी राशि यानी रकम है जो सरकार या कंपनी की ओर से अपने कर्मचारियों को उनकी सर्विस के बदले देती है. यह पेमेंट ऑफ ग्रेच्युटी एक्ट, 1972 के तहत आती है. यह राशि महज उन कर्मचारियों को मिलती है जो कम से कम पांच साल या इससे ज्यादा समय से काम कर रहे हो. हालांकि, अगर कोई कर्मचारी किसी दुर्घटना या बीमारी से अक्षम हो जाता है, तो उसे पांच साल पूरे होने से पहले भी ग्रेच्युटी मिल सकती है. ग्रेच्युटी की राशि आपकी आखिरी बार निकाली गई तनख्वाह और आपकी सेवा की अवधि पर निर्भर करती है.
ग्रेच्युटी कैलकुलेट करने का फॉर्मूला
ग्रेच्युटी की गणना करने के लिए आप ग्रेच्युटी कैलकुलेटर नामक टूल का इस्तेमाल कर सकते इसके अलावा इसे जानने के लिए एक फॉर्मूले को अपना सकते हैं जो फॉर्मूला इस प्रकार है:
(15 * आपकी अंतिम निकाली गई तनख्वाह * सेवा की अवधि) / 26
उदाहरण के लिए: अगर आपने XYZ कंपनी में 15 साल काम किया है और आपकी अंतिम तनख्वाह 30,000 रुपये है, तो:
ग्रेच्युटी = 15 * 30,000 * 15 / 26 = 2,59,615 रुपये
बता दें अंतिम तनख्वाह में आपकी बेसिक सैलरी, महंगाई भत्ता और कमीशन शामिल होते हैं. ग्रेच्युटी एक्ट के अनुसार, ग्रेच्युटी की अधिकतम राशि 20 लाख रुपये है. इससे ज्यादा की राशि एक्स-ग्रेशिया मानी जाती है.
नीचे दिए गए टेबल में क्लीयर टैक्स द्वारा सैलरी बढ़ोतरी पर दिए अनुमान के आधार पर ग्रैच्युटी की डिटेल दी गई है. हालांकि ये केवल अनुमान है, वास्तविक कैलकुलेशन नहीं है, क्योंकि अभी 8 वें वेतन आयोग के तहत सैलरी तय करने का फॉर्मूला सामने नहीं आया है..
बेसिक सैलरी | रिटायरमेंट वर्ष | ग्रेच्युटी रकम (रुपये में) |
21,600 | 30 साल बाद | 5,60,779 |
35,040 | 30 साल बाद | 9,09692 |
42,480 | 30 साल बाद | 11,03,885 |
1,47,720 | 30 साल बाद | 38,35,038 |
21,600 | 20 साल बाद | 3,73,846 |
35,040 | 20 साल बाद | 6,06,462 |
42,480 | 20 साल बाद | 7,35,231 |
1,47,720 | 20 साल बाद | 25,56,692 |
सोर्स: क्लियर टैक्स वेबसाइट के ग्रेच्युटी कैलकुलेटर टूल के आधार पर
रिटायरमेंट ग्रेच्युटी
इसके लिए कम से कम 5 साल की सर्विस होनी चाहिए. रिटायरमेंट ग्रेच्युटी की गणना रिटायरमेंट के दिन के बेसिक पे और महंगाई भत्ते (DA) के आधार पर की जाती है. इसमें हर छह महीने की पूरी सेवा के लिए बेसिक पे और डीए का 1/4 हिस्सा मिलता है. ग्रेच्युटी की राशि की कोई न्यूनतम सीमा नहीं है, अगर किसी ने 33 साल या उससे अधिक समय तक नौकरी की है तो रिटायरमेंट ग्रेच्युटी 16 गुना बेसिक पे और डीए होगी, लेकिन यह अधिकतम 20 लाख रुपये तक ही हो सकती है.
डेथ ग्रेच्युटी
यह एकमुश्त लाभ है जो सेवा के दौरान अगर किसी कर्मचारी की मौत होती है तो उसके नॉमिनी या परिवार के सदस्य को दिया जाता है. इसमें मृतक कर्मचारी की सेवा की न्यूनतम अवधि को लेकर कोई खास शर्त नहीं है. इसकी पात्रता इस तरह से तय किया जाता है.
चार्ट
सर्विस ग्रेच्युटी
अगर किसी की नौकरी 10 वर्ष से कम है तो उसे भी ग्रेच्युटी मिलेगी. हालांकि इसमें स्वीकार्य राशि आधे महीने की बेसिक सैलरी, आखिरी निकाली गई तनख्वाह और डीए पर आधारित हाेगा, जो नौकरी के दौरान हर 6 महीने के हिसाब से कैलकुलेट होगा. यह एकमुश्त भुगतान रिटायरमेंट ग्रेच्युटी से अलग है.
कितनी बढ़ सकती है बेसिक सैलरी?
8वें वेतन आयोग के लिए यूनियन 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू करने की मांग कर रही हैं. अगर यह मांग स्वीकार होती है, तो न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकता है. इसी तरह, न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये हो सकती है. क्लियरटैक्स ने मौजूदा मांग को देखते हुए एक अनुमान लगाया है कि बेसिक सैलरी में कितना इजाफा हो सकता है.
सोर्स: Cleartax