सब्सिडी से उज्जवला को बूस्ट, बढ़ गई LPG की खपत, हर साल अब इतने सिलेंडर का यूज

भारत में LPG उपभोक्ताओं की संख्या 2014 के मुकाबले 2024 में दोगुनी हो गई है. साथ ही, जब से सब्सिडी में बढ़ोतरी हुई है, खपत भी बढ़ गई है. 2014 से अब तक एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की संख्या 13,896 से बढ़कर 1 नवंबर 2024 तक 25,532 हो गई है. इसके अलावा,ऑपरेशनल प्राकृतिक गैस पाइपलाइन 2024 में 24,945 किमी हो गई है.

देश में एलपीजी कनेक्शनों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है Image Credit: money9live.com

उज्ज्वला योजना हमेशा से ही विपक्ष के सवालों के घेरे में रही है. लेकिन जब से मोदी सरकार ने सब्सिडी में बढ़ोतरी की है, लाभार्थियों ने LPG की खपत बढ़ा दी है. पहले इस योजना के लाभार्थी साल में औसतन 3 सिलेंडर का इस्तेमाल करते थे, जो अब बढ़कर 4 से अधिक हो गया है. साथ ही, 2014 के मुकाबले उपभोक्ताओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. यानी सस्ते LPG लाभार्थियों को पसंद आ रहे हैं.

कितनी बढ़ी संख्या

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक समीक्षा के अनुसार, देश में घरेलू रसोई के लिए एलपीजी कनेक्शनों की संख्या 1 नवंबर 2024 तक दोगुनी से अधिक होकर 32.83 करोड़ हो गई है, जो 2014 में 14.52 करोड़ थी. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत गरीब परिवारों को रसोई गैस उपलब्ध कराने के लिए 10.33 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए हैं. आधिकारिक बयान के अनुसार, योजना की शुरुआत से अब तक पीएमयूवाई परिवारों को लगभग 222 करोड़ एलपीजी रिफिल दिए जा चुके हैं, जबकि प्रतिदिन लगभग 13 लाख रिफिल हो रही हैं.

खपत भी बढ़ी

उज्ज्वला योजना में प्रति सिलेंडर 300 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ संख्या ही नहीं बल्कि खपत में भी बढ़ोतरी हुई है. 14.2 किलोग्राम के घरेलू एलपीजी सिलेंडरों की प्रति व्यक्ति खपत 2019-20 में 3.01 थी, जो 2023-24 में बढ़कर 3.95 हो गई है. हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि 2022 में उज्ज्वला योजना के तहत 200 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी दी जा रही थी, जो 2023 में बढ़कर 300 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई. इस सब्सिडी की वजह से खपत में बढोतरी हुई है, और इसके सालाना आधार पर 4.34 तक पहुंचने की संभावना है.

लोगों ने छोड़ी सब्सिडी

नवंबर 2024 तक लगभग 30.43 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता हैं, जिनके खातों में सरकार सीधे सब्सिडी भेजती है. साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर 1.14 करोड़ से अधिक ग्राहकों ने सब्सिडी छोड़ दी है.

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बढ़ गई एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की संख्या

2014 से अब तक एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर की संख्या 13,896 से बढ़कर 1 नवंबर 2024 तक 25,532 हो गई है, जिससे उपभोक्ताओं को रसोई गैस के लिए परेशानी नहीं होती. बयान में कहा गया है कि 90 फीसदी से अधिक नए डिस्ट्रीब्यूटर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए हैं.

इसके अलावा, समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशनल प्राकृतिक गैस पाइपलाइन की लंबाई 2014 में 15,340 किमी से बढ़कर 2024 में 24,945 किमी हो गई है. इसके अलावा, देश में लगभग 10,805 किमी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का निर्माण कार्य जारी है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 30 सितंबर तक देश में पाइप से गैस कनेक्शन और सीएनजी स्टेशनों की संख्या क्रमशः 1.36 करोड़ और 7,259 थी.