₹8,50,000,00000000 के कैश पर बैठी है Amazon, फिर भी 14,000 लोगों की छंटनी, अब उठे सवाल
दिग्गज कंपनी अमेजन न हाल ही में हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है, अब इस पर बवाल मच गया है. एक स्टार्टअप कंपनी के फाउंडर ने इस छंटनी पर अमेजन की नीति के खिलाफ सवाल उठाए हैं. इस सिलसिले में उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है.

Amazon layoffs: अमेजन की ओर से बड़े पैमाने पर की गई छंटनी का मुद्दा गरमा गया है. टेक दिग्गज कंपनी की नीतियों पर विडम हैच के संस्थापक अक्षत श्रीवास्तव ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि अमेजन के पास 100 अरब डॉलर यानी लगभग साढ़े आठ लाख करोड़ से ज्यादा कैश रिजर्व होने के बावजूद कंपनी ने 14,000 मैनेजरों को नौकरी से निकाल दिया. उन्होंने ऐसे पैसों को बेकार करार दिया. इतना ही नहीं उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अमेजन हर निकाले गए कर्मचारी को 3.5 लाख डॉलर दे सकती थी और उनकी नौकरी बचा सकती थी. इसके बाद भी उनके पास 100 अरब डॉलर का भंडार बना रहता, लेकिन कंपनी ने ऐसा कुछ नहीं किया. उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी संपत्ति होने के बावजूद अमेजन छंटनी क्यों कर रही है?
अक्षत श्रीवास्तव ने अमेजन को सुझाव देते हुए कहा कि कंपनी इस पैसे से बांड में निवेश कर 5% ब्याज से 5 अरब डॉलर कमा सकती है. इतना ही उन्होंने कारपोरेट जगत में कंपनियों के ऐसे बर्ताव पर भी निशाना साधा और कहा कि अमेजन जैसी कंपनियां बड़े पैमाने पर छंटनी के बावजूद दुनिया भर में टैक्स छूट का फायदा उठाती हैं. हम एक कठोर दुनिया में जी रहे हैं, जहां हर किसी को खुद की लड़ाई लड़नी पड़ती है.
भारत में नौकरी जाना है रिस्की
कॉरपोरेट संस्थापक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अमेरिका और भारत की अगर तुलना करें तो अमेरिकी कर्मचारियों को कुछ सामाजिक सुरक्षा मिलती है, लेकिन भारत में नौकरी जाने का मतलब वित्तीय तबाही हो सकता है. खासतौर पर अगर 5 साल तक नौकरी न मिली, तो आप सड़क पर आ सकते हैं. यही कारण है कि भारतीय व्यक्तिगत संपत्ति बनाने, विदेश जाने और टैक्स बचाने पर जोर देते हैं. अगर कोई भारतीय अपने लिए सोचता है, तो वह गलत नहीं है. कोई आपकी मदद के लिए नहीं आएगा.
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छंटनी की क्या था वजह?
बताया जाता है कि यह छंटनी अमेजन के सीईओ एंडी जेसी की रणनीति का हिस्सा थी. जेसी कंपनी को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए मिडिल मैनेजरों की संख्या घटा रहे हैं. उनका लक्ष्य 2025 की पहली तिमाही तक 15% मैनेजरों को कम करना था, लेकिन यह लक्ष्य पहले ही पार हो चुका है.
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