‘शेर’ अंबानी को अब मिला ‘सवा शेर’, पैसा-पावर दोनों में बाहुबली
मुकेश अंबानी को इंडियन इंडस्ट्री का 'शेर' कहा जाता है. वे जिस भी बिजनेस में कदम रखते हैं, वहां उनके लिए मैदान खाली हो जाता है. पैसा हो या पावर दोनों ही फ्रंट पर पूरे देश में अंबानी के सामने टिकने वाला कोई नहीं है. लेकिन, टेलीकॉम और सेटकॉम इंडस्ट्री में इस शेर को सवा शेर मिलने वाला है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी जियो ने भारत में सितंबर 2016 में ऑपरेशन शुरू किया. कुछ ही महीनों में जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई. जियो ने लक्जमबर्ग की कंपनी एसईएस के साथ जॉइंट वेंचर शुरू किया. इस जॉइंट वेंचर को इसी साल जून में देश के सैटेलाइट कम्युनिकेशन उद्योग में उतरने की मंजूरी मिल गई है. इस उद्योग में अंबानी के सामने पहले से ही टाटा, एयरटेल सहित कई बड़े बिजनेस घराने हैं. लेकिन, अंबानी को असली चुनौती अमेरिका से मिलने जा रही है.
दुनिया के सबसे अमीर और पॉवरफुल बिजनेसमैन एलन मस्क और जेफ बेजॉस भारत की सैटेलाइट कम्युनिकेशन इंडस्ट्री में घुसना चाहते हैं. लंबे समय से दोनों बिजनेसमैन भारत में एंट्री की कोशिश में लगे थे, लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है. हालांकि, मस्क के स्टारलिंक को इसी साल अप्रैल में भारत में एंट्री के लिए सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है. इस तरह देखा जाए, तो मस्क की कंपनी भारत में प्रवेश करने से सिर्फ एक कदम दूर है.
अंबानी V/s मस्क
एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं. मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर शख्स हैं. इन दोनों के बीच दौलत के लिहाज से सीधे टक्कर की कोई गुंजाइश नहीं, क्योंकि मस्क इस मामले में मुकेश अंबानी से बहुत आगे हैं. हालांकि, दोनों के बीच एक कॉमन बात ये है कि ये भारत के सैटेलाइट ब्रॉडबैंड बाजार में प्रभुत्व जमाने के लिए एक-दूसरे के सामने हैं.
दौलत में कौन कहां
फोर्ब्स की रियल टाइम रिचेस्ट लिस्ट के मुताबिक 53 वर्षीय एलन मस्क 290.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं. वे दो बड़ी कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक हैं. वहीं, 67 वर्षीय मुकेश अंबानी 100.8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के 17वें सबसे अमीर शख्स हैं.
पावर में दोनों कहां
मुकेश अंबानी किसी भी तरह से पॉलिटकली एक्सपोज नहीं हैं. वहीं, एलन मस्क को नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जीत दिलाने वाले शख्स के तौर पर देखा जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स माना जाता है. लेकिन, मस्क वो शख्स हैं, जो पर्दे के पीछे से ट्रंप को भी प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं. इस तरह एलन मस्क को दुनिया का सबसे अमीर और सबसे पावरफुल शख्स माना जा रहा है.
जियो V/s स्टारलिंक
जियो और स्टारलिंक दोनों ही स्वतंत्र लिस्टेड कंपनियां नहीं हैं. जियो की पेरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है, जबकि स्टारलिंक की पेरेंट कंपनी स्पेसएक्स है. रिलायंस इंडस्ट्री का मौजूदा मार्केट कैप करीब 205.87 अरब डॉलर है. स्पेस एक्स पब्लिक लिस्टेड कंपनी नहीं है. हालांकि, कंपनी को जो प्राइवेट इन्वेस्टमेंट मिला है, वह करीब 210 अरब डॉलर के वैल्युऐशन पर मिला है.
कवरेज और कस्टमर बेस
स्टारलिंक और जियो के बीच कवरेज और कस्टमर बेस के लिहाज से काफी अंतर है. स्टारलिंक सिर्फ सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सेवा देती है. वहीं, जियो 4जी, 5जी, वायरलेस ब्रॉडबैंड, ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड के साथ ही सैटेलाइट ब्रॉडबैंड क्षेत्र में है. हालांकि, स्टारलिंक के पास खुद के सैटेलाइट हैं और इसका कवरेज पूरी दुनिया में है. वहीं, रिलायंस के पास खुद के सैटेलाइट नहीं है, बल्कि लक्जमबर्ग की कंपनी ऑर्बिट कनेक्ट के साथ सैटेलाइट ब्रॉडबैंड में उतरी है. वहीं, कस्टमर बेस की बात की जाए, तो जियो दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. इसके पास जुलाई 2024 में 47 करोड़ से ज्यादा कस्टमर थे.
क्या मस्क से जीत सकते हैं अंबानी
मस्क फिलहाल दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर इंसान हैं. हालांकि, उनकी ताकत बहुत हद तक ट्रंप के सत्ता में रहने तक रहेगी. ट्रंप के सत्ता से जाते ही मस्क के पास असीमित ताकत नहीं होगी. वहीं, मुकेश अंबानी पॉलिटिकली एक्सपोज नहीं हैं. उन्हें भारत में सभी राजनीतिक दलों से समर्थन और संरक्षण मिलता है. ऐसे में भारत में सत्ता परिवर्तन का अंबानी के कारोबार पर असर नहीं होगा. इस लिहाज से एक बार मस्क ट्रंप के जरिये भारत पर दबाव डालकर भारत के बाजार में प्रवेश तो कर सकते हैं, लेकिन लंबे समय तक टिके रहने के लिहाज से अंबानी की संभावनाएं ज्यादा बेहतर हैं.