त्योहारों से पहले क्यों फीकी पड़ रही सोने-चांदी की चमक, गोल्ड में 600 और सिल्वर में 2,800 रुपये की गिरावट

आमतौर पर नवरात्र से दिवाली के दौरान सोने-चांदी के दाम आसमान छूने लगते हैं. लेकिन, पिछले 2 दिन से लगातार दामों में गिरावट आ रही है. बुधवार को भी सोने में 600 और चांदी में 2,800 रुपये की गिरावट दर्ज की गई.

सोने के दाम में लगातार गिरावट जारी Image Credit: Abhisek Saha/Majority World/Universal Images Group via Getty Images

शेयर बाजार ढलान पर है, सामने त्योहार हैं. दुनियाभर में अशांति है. इसके बाद भी सोने-चांदी की कीमत में गिरावट आ रही है. पिछले दो कारोबारी सत्र से बुलियन के साथ ही सर्राफा बाजार में भी सोने-चांदी के दामो में गिरावट का सिलसिला थम नहीं रहा है. बुधवार को भी सोने-चांदी के दाम में भारी गिरावट आई. दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने के दाम लगातार दूसरे दिन गिरकर 77,700 रुपये प्रति 10 ग्राम आ गए. इससे पहले मंगलवार को सोना 78,300 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.

इसी तरह चांदी के दाम में भी गिरावट आई है. अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक बुधवार को चांदी की कीमत में 2,800 की भारी गिरावट दर्ज की गई. इस गिरावट के साथ चांदी का भाव 91,200 रुपये प्रति किलो आ गया. एक दिन पहले एक किलो चांदी के दाम 94,000 रुपये थे. वहीं, 99.5 फीसदी शुद्धता वाले खरे सोने की कीमत में भी 600 रुपये की गिरावट आई है. बुधवार को 24 कैरेट गोल्ड के दाम 77,300 प्रति 10 ग्राम रहे.

इस वजह से घट रहे दाम

सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक इस बार त्योहारी सीजन में जितनी मांग आती है, उतनी मांग नहीं आ रही है. यही वजह है कि सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के वायदा कारोबार में दिसंबर में डिलीवरी वाले सोने के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 29 रुपये बढ़कर 75,190 प्रति 10 ग्राम हो गई. इसी तरह चांदी के कॉन्ट्रैक्ट की कीमत भी 754 रुपये बढ़कर ₹89,483 प्रति किलोग्राम हो गई. एमसीएक्स में सोने के वायदा भाव में बढ़ोतरी से थोड़ी उम्मीद जगी है.

वैश्विक बाजार में भी जारी गिरावट का दौर

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी के मुताबिक सोने का सुरक्षित निवेश के तौर पर प्रीमियम कम होने की वजह से सोने की कीमतों में गिरावट जारी रही है. असल में इसके पीछे अमेरिकी रोजगार डाटा है. इस डाटा से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत मिले हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से जल्द ही फिर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना नहीं है. इस लिहाज से सोने में निवेशकों की रुचि घट गई है.

पश्चिम एशिया में भी तनाव घटने की उम्मीद

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट कमोडिटीज राहुल कलंत्री के मुताबिक हिजबुल्लाह की तरफ से इजरायल के साथ युद्ध विराम वार्ता की मांग किए जाने का असर भी सोने-चांदी की कीमतों पर देखा जा सकता है. इस मांग के बाद पश्चिम एशिया में तनाव घटने की उम्मीद बढ़ गई. इसकी वजह से सोने-चांदी की लॉन्ग पोजीशन पर मुनाफावसूली हो रही है. इसी तरह शेयरखान के फंडामेंटल करेंसीज एंड कमोडिटीज के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण सिंह कहते हैं कि अमेरिकी में महंगाई के डाटा में सुधार और भू-राजनीतिक तनाव घटने की उम्मीद से सोने-चांदी की कीमत में कमी आ रही है.