कौन हैं ‘बाप ऑफ चार्ट’ का नसीरुद्दीन अंसारी, अब लौटाएगा 17 करोड़, आपको भी तो नहीं लगा चूना!
Baap of Chart के मालिक को सेबी ने निवेशकों से वसुले गए 17 करोड़ रुपये वापस करने का आदेश दिया है साथ ही SEBI ने अंसारी समेत अन्य पर 32.2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. यह जुर्माना 45 दिनों में भरना होगा.
आजकल इंटरनेट पर कई फिनफ्लुएंसर हैं, ये फाइनेंशियल इंफ्लूएंसर्स होते हैं, जो आम निवेशकों को निवेश से जुड़ी सलाह देते हैं. इनमें से एक ‘बाप ऑफ चार्ट’ नाम से मशहूर हैं जिन्हें अब कई लोग जानते हैं. ये लोगों को निवेश की सलाह देते हैं. सोशल मीडिया पर इनके कई फॉलोवर्स हैं, यूट्यूब पर 4 लाख से ज्यादा लोग इन्हें फॉलो करते हैं. मार्केट रेगुलेटर सिक्यॉरिटीज एंक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI ने बाप ऑफ चार्ट पर एक्शन लिया है और 2 दिसबंर को इन्हें आदेश दिया कि उन्होंने जो 17 करोड़ रुपये निवेशकों से लिए थे, उन्हें वापस किया जाए. चलिए जानते हैं कौन हैं बाप ऑफ चार्ट के मालिक?
‘बाप ऑफ चार्ट’ के मालिक हैं फिनफ्लुएंसर नसीरुद्दीन अंसारी. सेबी ने इन्हें निवेशकों से वसूले गए 17 करोड़ रुपये वापस करने का आदेश दिया है साथ ही अंसारी को राष्ट्रीय अखबारों में इस नोटिस को प्रकाशित भी कराना होगा. इसके अलावा SEBI ने अंसारी समेत अन्य पर 32.2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. यह जुर्माना 45 दिनों में भरना होगा.
यहां पढ़ें सेबी का पूरा आदेश: ‘बाप ऑफ चार्ट’ को सेबी का आदेश, निवेशकों को लौटानी होगी वसूली गई फीस, खाते फ्रीज
कौन हैं ‘बाप ऑफ चार्ट’ के नसीरुद्दीन अंसारी?
नसीरुद्दीन अंसारी ‘बाप ऑफ चार्ट’ (BoC) नाम की कंपनी के मालिक हैं. वो खुद को सोशल मीडिया पर शेयर बाजार का एक्सपर्ट बताते हैं. उन्होंने YouTube, Telegram, Instagram जैसी साइट्स पर लोगों को “कोर्स” बेचकर लोकप्रियता हासिल की. इन कोर्स के जरिए वो निवेशकों को यह भरोसा दिलाते थे कि अगर उनकी सलाह मानी जाए तो मुनाफा गारंटी के साथ मिलेगा. पिछले साल अक्टूबर में सेबी ने इन पर शेयर बाजार में किसी भी तरह की ट्रेडिंग करने पर बैन लगा दिया.
अंसारी का काम करने का तरीका क्या था?
SEBI की जांच में पता चला था कि अंसारी सोशल मीडिया पर शेयर खरीदने और बेचने की सलाह देते थे. उन्होंने अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप्स के जरिए 19 तरह के कोर्स बेचे. इनमें से चार कोर्स निवेशकों को गारंटी मुनाफा देने का दावा करते थे. इसके अलावा, वो निवेशकों से प्राइवेट ग्रुप्स में चैट के जरिए बात करते थे और शेयर्स को खरीदने, बेचने की सलाह देते थे.
इन कोर्स और वर्कशॉप से अंसारी ने लगभग 13.78 करोड़ रुपये कमाए थे. SEBI ने इसे फ्रॉड तो माना ही साथ नियमों का उल्लंघन भी माना क्योंकि कोई भी बिना रजिस्ट्रेशन के निवेश को लेकर सलाह नहीं दे सकता.
सोशल मीडिया पर कितने फेमस?
2023 जब अंसारी पर बैन लगा था उस दौरान उनके YouTube चैनल पर 4.43 लाख सब्सक्राइबर और 7 करोड़ से ज्यादा व्यूज थे. उनके Telegram ग्रुप में 53,000 मेंबर्स थे. Instagram पर उनके 59,000 और X पर 78,000 फॉलोअर्स थे.
निवेशकों के लिए सबक
ऑनलाइन निवेश सलाह लेते समय सावधान रहें. केवल उन्हीं निवेश सलाहकारों से सलाह लें जो SEBI रजिस्टर्ड हैं. SEBI ने रजिस्टर्ड एडवाइजर्स के लिए खास नियम भी बनाए हैं.