Bajaj ने Allianz को कहा अलविदा, खत्म हुई 24 साल पुरानी पार्टनरशिप; 24180 करोड़ में हुई पूरी डील

Bajaj Group और जर्मनी की इंश्योरेंस कंपनी Allianz के बीच 24 साल पुरानी पार्टनरशिप खत्म होने जा रही है. बजाज ग्रुप Allianz की सारी हिस्सेदारी 24,180 करोड़ रुपये में खरीदने जा रहा है. इसके बाद बजाज ग्रुप के पास दोनों इंश्योरेंस कंपनियों का पूरा कंट्रोल आ जाएगा.

Bajaj खरीदेगा Allianz की पूरी हिस्सेदारी Image Credit: Money9live/Canva

Bajaj Group to Buy Allianz Stake: बजाज ग्रुप और जर्मनी की दिग्गज और ग्लोबल इंश्योरेंस (Insurance) कंपनी Allianz के बीच पार्टनरशिप खत्म होने जा रही है. ये काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ये दोनों कंपनियां पिछले 24 साल से एक साथ काम कर रही थी लेकिन अब ये पार्टनरशिप खत्म होने वाली है. दरअसल बजाज ग्रुप, Allianz की सारी हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है और इसके लिए वह कुल 24,180 करोड़ खर्च करेगा. ये डील काफी बड़ी है. इसके बाद बजाज ग्रुप के पास दो इंश्योरेंस कंपनियों के पूरा कंट्रोल आ जाएगा. चलिए इसके बारे में आपको सब कुछ बताते हैं.

ये डील है क्या?

बजाज फिनसर्व के MD ने 17 मार्च की देर रात को बताया कि बजाज ग्रुप और उसकी प्रमोटर कंपनियां Allianz की हिस्सेदारी खरीदेगी. दरअसल बजाज और Allianz ने मिलकर दो जॉइंट वेंचर खड़े किए थे जिससे अब Allianz बाहर होने जा रहा है. ये वेंचर:

अभी तक Allianz के पास इन दोनों कंपनियों में 26% हिस्सेदारी थी, जबकि बाकी की हिस्सेदारी बजाज ग्रुप के पास थी.

कैसे होगी पूरी डील?

बजाज फिनसर्व ने बताया कि शेयर खरीदने का समझौता यानी SPA हो चुका है और यह पूरी तरह आपसी सहमति और बिना किसी समस्या के हुआ है. इस डील के बाद, दोनों कंपनियों में बजाज ग्रुप की 100% हिस्सेदारी हो जाएगी.

इस डील में कौन-कौन शामिल है?

इन हिस्सेदारी को बजाज ग्रुप की तीन कंपनियां खरीदेगी, कंपनी के बयान के अनुसार:

इसके बाद बजाज फिनसर्व की हिस्सेदारी दोनों कंपनियों में 75.01% हो जाएगी.

बजाज फिनसर्व ने यह भी बताया कि वह Allianz की Bajaj Allianz Financial Distributors Ltd में हिस्सेदारी भी खरीदेगी. यह एक 50:50 की जॉइंट वेंचर था, और अब बजाज ग्रुप 12.5 करोड़ में Allianz के शेयर खरीद लेगा.

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Allianz का क्या प्लान है?

Allianz ने भी एक अलग बयान जारी कर बताया कि वह भारत को अभी भी एक ग्रोथ मार्केट मानता है और वह नए मौके तलाशेगा. इस बार वो केवल इंवेस्टर नहीं ऑपरेटर भी होगा.

मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल से ही अटकलें थी कि Allianz इस वेंचर से बाहर हो जाएगा क्योंकि वह इस वेंचर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहता था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाया जिसके बाद उसने पार्टनरशिप से बाहर निकलने का फैसला लिया.