‘बर्गर किंग’ से हारा देसी ‘बर्गर किंग’ , इस ईरानी दंपत्ति को लगा झटका

बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को अपने एक आदेश में पुणे के एक रेस्टोरेंट को 'बर्गर किंग' नाम का प्रयोग करने पर रोक लगा दी. कोर्ट का यह फैसला अमेरिकी कंपनी बर्गर किंग की याचिका पर दिया.

बर्गर किंग से हारा देसी बर्गर किंग

बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को अपने एक आदेश में पुणे के एक रेस्टोरेंट को ‘बर्गर किंग’ नाम का प्रयोग करने पर रोक लगा दी. कोर्ट का यह फैसला अमेरिकी कंपनी बर्गर किंग की याचिका पर दिया . यह आदेश तब तक लागू रहेगा जब तक अमेरिकी कंपनी के ट्रेडमार्क उल्लंघन मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो जाती.

दरअसल बर्गर किंग ने अगस्त में हाईकोर्ट में एक अपील दायर कर के पुणे की एक अदालत के फैसले को चुनौती दी गई थी. अदालत ने ‘बर्गर किंग’ नाम का इस्तेमाल करने वाले रेस्टोंरेंट के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन की याचिका खारिज कर दी थी.

निपटारे तक रोक

बॉम्बे हाईकोर्ट के जज ए. एस. चंदुरकर और राजेश पाटिल की खंडपीठ ने यह अंतरिम आदेश जारी किया. अदालत ने कहा कि बर्गर किंग कॉरपोरेशन की अपील पर सुनवाई की जानी चाहिए और साक्ष्यों का सही जांच किया जाए. कोर्ट ने तब तक पुणे के रेस्टोंरेंट के मालिकों, अनहिता ईरानी और शापूर ईरानी को ‘बर्गर किंग’ नाम का इस्तेमाल करने से रोकने का आदेश दिया है.

400 ज्यादा आउटलेट

सुनवाई के दौरान बर्गर किंग कारपोरेस के वकील हिरेन कामोद में पुणे के कोर्ट के फैसले पर कहा कि बर्गर किंग के पुरे भारत में 400 से ज्यादा रेस्टोंरेंट है और अकेले पुणे में ही 6 है .उन्होंने कोर्ट से मांग किया की ईरानी दंपत्ति को बर्गर किंग नाम प्रयोग करने पर रोक लगा दी जाए, जिसे कोर्ट ने मांग लिया.

2011 से चल रहा मामला

अमेरिकी कंपनी बर्गर किंग पहली बार 2011 में अपने ट्रेड मार्क का उल्लघंन के केस में कोर्ट कई थी. तब कोर्ट ने इसकी याचिका खारिज कर दिया था. लेकिन कंपनी दोबारा कोर्ट गई और इसी मामले में पुणे के कोर्ट में ईरानी दंपत्ति के पक्ष में अपना फैसला दिया , इसके बाद कंपनी ने बॉम्बे हाइकोर्ट का रुख किया.

क्या है कंपनीय की मांग

अमेरिकी कंपनी बर्गर किंग का आरोप है कि पुणे में स्थित बर्गर किंग, जिसके मालिक ईरानी दंपत्ति है के वजह से कंपनी के रेवेन्यू और रेप्युटेशर को नुकसान हो रहा है. कंपनी के डेटा के मुताबिक भारत में इसके 400 से ज्यादा आउटलेट हैं, जिसमें 9 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. वित्त वर्ष 2024 के मुताबिक कंपनी का रेवेन्यू 2500 करोड़ से ज्यादा का है.