BSNL 17 साल बाद प्रॉफिट में, 4 साल में EBITDA हुआ डबल; टेलीकॉम मंत्री सिंधिया ने बताया टर्निंग पॉइंट
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने 17 साल बाद अपने तिमाही नतीजों में प्रॉफिट रिपोर्ट किया है. सरकारी टेलीकॉम कंपनी को इसके कुप्रबंधन, अरबों रुपये के कर्ज और कर्मचारियों के वेतन के होने वाले भारी खर्च की वजह से सफेद हाथी कहा जाता रहा है, जिसे पालना सरकार के लिए वित्तीय रूप से बहुत भारी पड़ा है. मोदी सरकार ने अपनी व्यापक विनिवेश योजना के तहत BSNL को बेचने का प्रयास भी किया था, लेकिन सही वैल्युएशन पर कोई खरीदार नहीं मिला. इसके बाद 2020 में इसे बेचने के बजाय सरकार ने इसके रिवाइवल की योजना पर काम शुरू किया.
2020 से केंद्र सरकार BSNL के बेलआउट पैकेज पर केंद्र सरकार अब तक 2.10 लाख करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है. अब इस बेल आउट पैकेज का नतीजा देखने को मिल रहा है. टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कंपनी के नतीजों पर बात करते हुए कहा कि यह BSNL के लिए टर्निंग पॉइंट है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, कंपनी ने कई क्षेत्रों में सुधार दर्ज किया है. मोबिलिटी, एफटीटीएच और लीज्ड लाइन सेवा पेशकश में कंपनी 14 से 18 फीसदी की दर से ग्रोथ कर रही है. इसके अलावा दिसंबर 2024 में कस्टमर की संख्या भी बढ़कर लगभग 9 करोड़ हो गई है, जो जून में 8.4 करोड़ थी.
क्या बोले सिंधिया
उन्होंने बीएसएनएल की कमाई पर कहा, ‘आज बीएसएनएल और भारत के टेलीकॉम सेक्टर के सफर के लिए एक अहम दिन है. बीएसएनएल ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 17 वर्षों में पहली बार तिमाही आधार पर प्रॉफिट रिपोर्ट किया है. इससे पहले आखिरी बार बार बीएसएनएल ने 2007 में तिमाही आधार पर प्रॉफिट रिपोर्ट किया था.’
कितना रहा प्रॉफिट
मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने क्वार्टर ऑन क्वार्टर (Q-o-Q) 262 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया है. मोबिलिटी सेवाओं से कंपनी के रेवेन्यू में 15 फीसदी की वृद्धि हुई, फाइबर-टू-द-होम (FTTH) से रेवेन्यू में 18 फीसदी की वृद्धि हुई. इसी तरह लीज्ड लाइन सेवाओं से रेवेन्यू में पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही के मुकाबले 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
कंपनी के घाटे में आई कमी
बीएसएनएल ने अपनी वित्तीय लागत और व्यय में कटौती की है, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में घाटे में 1,800 करोड़ रुपये कमी आई है. इसके अलावा पिछले चार वर्षों में EBITDA डबल हो गया है. 1,100 करोड़ से दोगुना होकर यह 2,100 करोड़ हो गया है.