कहां पहुंचा Bullet Train का काम, जानें कब से ले पाएंगे जमीन पर प्लेन का मजा

बुलेट ट्रेन का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है लेकिन इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में अभी और ज्यादा समय लगेगा. फिलहाल इस प्रोजेक्ट का क्या स्टेटस है? और यह कब तक पूरा होगा? चलिए जानते हैं...

कहां पहुंचा Bullet Train का काम, जानें कब से ले पाएंगे जमीन पर प्लेन का मजा Image Credit: Getty Images Editorial

गुजरात (Gujarat) के आनंद जिले में सोमवार को बुलेट ट्रेन (Bullet Train) प्रोजेक्ट का एक निर्माणाधीन पुल ढह गया जिसमें 3 मजदूरों की मौत हो गई और कुछ घायल हैं. राहत बचाव का काम जारी है. लेकिन अभी भी बुलेट ट्रेन का काम जारी है. तो आखिर कब तक ये काम चलेगा? बुलेट ट्रेन का प्रोजेक्ट कहां तक पहुंचा? और पटरियों पर कब से दौड़ने लगेगी बुलेट ट्रेन? चलिए सब कुछ जानते हैं.

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) बुलेट ट्रेन महाराष्ट्र के मुंबई को गुजरात के अहमदाबाद से जोड़ने काम कर रही है. इसकी वेबसाइट के अनुसार ये प्रोजेक्ट 2026 में पूरा होगा. पीएम मोदी ने भी लोकसभा चुनाव 2024 में वादा किया है कि भारत को 2026 में बुलेट ट्रेन मिलेगी.

कहां तक पहुंचा बुलेट ट्रेन का काम?

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट कुल 508 किलोमीटर लंबा है, जिसमें 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. ये स्टेशन मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलीमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती में होंगे. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1,08,000 करोड़ रुपये है.

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प्रोजेक्ट के लिए 1389.5 हेक्टेयर की जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. जमीन अधिग्रहण का काम ही सबसे पेचीदा होता है जो कि 31 जुलाई 2024 के पहले ही पूरा कर लिया गया है. अब तक, 350 किलोमीटर के पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर के पियर निर्माण, 221 किलोमीटर का गार्डर कास्टिंग और 190 किलोमीटर का गार्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है. बता दें कि रेलवे ट्रैक को सपोर्ट करने के लिए पियर का इस्तेमाल होता है और गार्डर कॉन्क्रीट बीम होते हैं.

इसके अलावा, लगभग 21 किलोमीटर लंबी समुद्र के नीचे सुरंग का काम भी शुरू हो गया है.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट काफी जटिल प्रोजेक्ट है. सुरक्षा के उच्चतम स्तर को ध्यान में रखते हुए इसे डिजाइन किया गया है, जिसमें जापानी रेलवे की मदद ली गई है ताकि भारतीय परिस्थितियों और जरूरतों के अनुसार इसे कस्टमाइज किया जा सके.

इस प्रोजेक्ट में सिविल स्ट्रक्चर, ट्रैक, इलेक्ट्रिकल, सिग्नलिंग और टेली कम्युनिकेशन के सभी काम पूरे होने के बाद ही इसकी डेडलाइन और ज्यादा क्लियर हो पाएगी.

रेवले ट्रैक बिछाने का काम जारी

रेलवे ट्रैक को लेकर काम शुरू हो गया है. इसके लिए डबल लाइन इलेक्ट्रिफाइड ट्रैक होगा, ट्रैक का गेज यानी ट्रैक में 1435 mm की दूरी होगी, सिग्नल के लिए एडवांस तकनीक और कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया जाएगा.

बता दें कि बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद केवल 2.7 घंटे में पहुंचा देगी यानी 500 किलो मीटर से ज्यादा की दूरी 2 घंटे में पूरी हो जाएगी.