बर्मन परिवार ने रेलिगेयर में हासिल की कंट्रोलिंग हिस्सेदारी, ₹2116 करोड़ के ऑफर के बाद डील पूरी

Burman Family-Religare: डाबर इंडिया की स्थापना और उसका नियंत्रण करने वाले बर्मन फैमली को दिसंबर में और शेयर खरीदने के लिए केंद्रीय बैंक से मंजूरी मिल गई थी. ओपन ऑफर के लिए टेंडर प्राइस 235 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था.

बर्मन परिवार ने रेलिगेयर में हासिल किया स्टेक. Image Credit: Money9live

Burman Family-Religare: रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (REL) में बर्मन फैमिली (Burman Family) ने ओपन ऑफर पूरा होने के बाद कंट्रोलिंग हस्सेदारी हासिल कर ली है. अधिग्रहण सौदे के बाद शेयरहोल्डिंग 83,201,819 इक्विटी शेयरों पर पहुंच गई है, जो कंपनी में 25.16 फीसदी का प्रतिनिधित्व करता है. फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) दिग्गज डाबर इंडिया की स्थापना और उसका नियंत्रण करने वाले बर्मन फैमली को दिसंबर में और शेयर खरीदने के लिए केंद्रीय बैंक से मंजूरी मिल गई थी. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में समूह के आधिकारिक प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमारी तत्काल प्राथमिकता कंपनी में स्थिरता लाना, गवर्नेंस को मजबूत करना और ग्रोथ को आगे बढ़ाना है.

4 कंपनियों के जरिए अधिग्रहण

बर्मन ने पब्लिक शेयरहोल्डर्स से REL की 26 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर 9 करोड़ इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण के लिए ओपन ऑफर दिया था. यह अधिग्रहण बर्मन परिवार के स्वामित्व वाली संस्थाओं एमबी फिनमार्ट प्राइवेट लिमिटेड (MFPL), पूरन एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड (PAPL), वीआईसी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड (VIC) और मिल्की इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी (MITC) के जरिए किया गया है.

ओपन ऑफर को कम रिस्पॉन्स मिला

रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए बर्मन के 2,116 करोड़ रुपये के ओपन ऑफर को बहुत कम प्रतिक्रिया मिली है. ओपन ऑफर के आंकड़ों के अनुसार, 90,042,541 शेयरों (26 फीसदी) के मुकाबले केवल 231,025 शेयर (0.07 फीसदी) ही टेंडर किए गए. आंकड़ों के अनुसार, ओपन ऑफर 13 फरवरी को बंद हुआ और भुगतान की तारीख 17 फरवरी 2025 थी.

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कितना था टेंडर प्राइस

ओपन ऑफर के लिए टेंडर प्राइस 235 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. ओपन ऑफर के बाद, चार संस्थाओं की शेयरधारिता बढ़कर 24.02 फीसदी हो जाएगी. बर्मन ग्रुप, चार संस्थाओं – फिनमार्ट प्राइवेट लिमिटेड, पूरन एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड, वीआईसी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और मिल्की इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी के जरिए सामूहिक रूप से REL में 20.15 फीसदी हिस्सेदारी रखता था.

पिछले साल किया था ऐलान

बर्मन परिवार ने सितंबर 2023 में कंपनी में 26 फीसदी तक हिस्सेदारी हासिल करने के लिए REL के शेयरधारकों को 2,116 करोड़ रुपये के ओपन ऑफर का ऐलान किया था. जनवरी 2024 में चार संस्थाओं ने खुले बाजार लेनदेन के माध्यम से अलग-अलग वित्तीय सर्विस समूह REL में 277 करोड़ रुपये में 3.6 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी.

बर्मन परिवार की तीन संस्थाओं – पूरन एसोसिएट्स, विक एंटरप्राइजेज और एम बी फिनमार्ट ने रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के शेयरों का अधिग्रहण किया. रिपोर्टों के अनुसार, पूरन एसोसिएट्स का स्वामित्व आनंद बर्मन और मिन्नी बर्मन के पास है, जबकि विक एंटरप्राइजेज का स्वामित्व वी सी बर्मन के पास है. एम बी फिनमार्ट का स्वामित्व मोहित बर्मन के पास है.

चेयरपर्सन को लेकर विवाद

ओपन ऑफर बोली के तुरंत बाद, बर्मन ने तत्कालीन चेयरपर्सन रश्मि सलूजा द्वारा इनसाइडर ट्रेडिंग नियमों के उल्लंघन और अपनी पसंद के बोर्ड की नियुक्ति के लिए सेबी से शिकायत की.हालांकि, REL के स्वतंत्र निदेशकों ने इसका विरोध किया, जिन्होंने बर्मन परिवार की संस्थाओं द्वारा धोखाधड़ी और अन्य उल्लंघनों का आरोप लगाए और सेबी, आरबीआई और बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण सहित रेगुलेटरी से संपर्क किया. इस महीने की शुरुआत में REL की कार्यकारी अध्यक्ष सलूजा को कंपनी के शेयरधारकों ने निदेशक के पद से हटा दिया था.