CNG/PNG पर इस सरकारी कंपनी के फैसले से मुसीबत में मिडिल क्लास, इतने बढ़ सकते हैं दाम
देश के ज्यादातर बड़े शहरों में CNG/PNG मिडिल क्लास लोगों के लिए लाइफलाइन की तरह है. सीएनजी से जहां कारें चलती हैं, वहीं पीएनजी से घर. लेकिन, केंद्र सरकार के एक फैसले से इन दोनों के दाम में बड़ा इजाफा तय नजर आ रहा है.
भारत सरकार के एक फैसले की वजह से आने वाले दिनों में CNG/PNG के दामों में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. केंद्र सरकार ने प्राकृतिक गैस का रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली कंपनियों के लिए सस्ती घरेलू गैस की आपूर्ति घटा दी है. इसकी वजह से इन कंपनियों को मांग पूरी करने के लिए गैस आयात करनी होगी. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैस की कीमत काफी ज्यादा है, ऐसे में आखिर में यह बोझ उपभोक्ताओं पर आना तय है.
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) और गेल इंडिया ने सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है. आईजीएल ने बताया कि देश में प्राकृतिक गैस के खनन और एलोकेशन करने वाली गेल इंडिया ने घरेलू गैस की आपूर्ति में कटौती की है. यह कटौती 16 नवंबर से प्रभावी होगी.
कंपनी के वक्तव्य में कहा गया है कि गेल की तरफ से रिवाइज्ड डॉमेस्टिक गैस एलोकेशन में 20% की कटौती की गई है. इस फैसले का कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी पर बुरा असर पड़ेगा. इसके साथ ही कहा गया है कि घरेलू गैस के एलोकेशन में आगे और कटौती का सामना करना पड़ सकता है.
गेल से मिल रही सस्ती गैस
गेल की तरफ से आईजीएल को सरकार की तरफ से तय रेट पर गैस मिलती है. यह रेट अंतरराष्ट्रीय दाम की तुलना में काफी कम है. इससे पहले भी आईजीएल को होने वाली किफायती आपूर्ति में 21 फीसदी की कटौती की जा चुकी है. गेल से आईजीएल को सरकार की तरफ से तय 6.5 डॉलर/mmbtu पर गैस की आपूर्ति हो रही है. जबकि, आयात करने पर यह कीमत 10 से 12 डॉलर /mmbtu तक जा सकती है.
IGL तलाश रही विकल्प
आईजीएल ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कंपनी इस मुद्दे से निपटने के लिए विकल्प तलाश रही है. मई 2023 में सीएनजी की 90 प्रतिशत मांग को पुराने क्षेत्रों से प्राप्त गैस से पूरा किया जाता था और इसमें लगातार गिरावट आ रही है. 16 अक्टूबर से आपूर्ति में कटौती कर 50.75 प्रतिशत कर दिया गया है.
इतनी बढ़ सकती है कीमत
आपूर्ति की कमी को पूरा करने के लिए आयातित और महंगी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) खरीदने से सीएनजी की कीमतों में 4-6 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी हो सकती है. हालांकि, इस मामले में फिलहाल कंपनी ने सीएनजी की दरें नहीं बढ़ाई हैं.