Budget Expectation: सीआईआई अध्यक्ष बोले, रोजगार बढ़ाने पर हो ध्यान, RBI से रेट कट की उम्मीद

Budget Expectation पर बात करते हुए भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष संजीव पुरी ने बुधवार को कहा कि सरकार से ऐसे बजट की उम्मीद है, जो रोजगार बढ़ाने पर ध्यान दे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि RBI से अगले महीने रेट कट की उम्मीद है.

केंद्रीय बजट 2025 से उद्योगों को काफी उम्मीद है Image Credit: Money9

भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष संजीव पुरी ने बुधवार को Budget Expectation पर बात करते हुए कहा कि अगले महीने सरकार से ऐसे बजट की उम्मीद की जा रही है, जिसमें खातसौर पर ऐसे इंतजाम किए जाएं, जिससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले महीने होने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक समिति की बैठक से भी उद्योगों जगत को काफी उम्मीदें हैं. खासतौर पर उद्योगों की मांग है कि RBI से अगले महीने रेट कट करे.

PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुरी ने बुधवार को कहा कि RBI से उम्मीद है कि सुस्त पड़ती आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अगले महीने रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने आगामी बजट को लेकर कहा, केंद्र सरकार को श्रम-केंद्रित क्षेत्रों के लिए टार्गेटेड इंटरवेंशन करना होगा, ताकि रोजगार सृजन को बढ़ावा मिल सके.

फूड इन्फ्लेशन चिंताजनक

इसके साथ ही पुरी ने खाद्य महंगाई को लेकर कहा, फूड इन्फ्लेशन का ऊंचा स्तर बताता है कि हमें देश के कृषि क्षेत्र को उत्पादकता के लिहाज से और ज्यादा मजबूत बनाने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन्फ्लेशन टार्गेटिंग फ्रेमवर्क के तहत फूड इन्फ्लेशन को ब्याज दरों से अलग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि फूड इन्फ्लेशन के लिए असल में जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार है, इसका मौद्रिक नीति से सीधा संबंध नहीं है.

रेपो रेट में हो कटौती

केंद्रीय बैंक पर रिटेल इन्फ्लेशन को दो फीसदी ऊपर-नीचे मैनेज करते हुए 4 फीसदी के दायरे में बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है. इसके लिए रिजर्व बैंक के पास मौद्रिक नीति सबसे बड़ा औजार है. मौद्रिक नीति में बदलाव के जरिये रिजर्व बैंक महंगाई को नियंत्रित करता है. फिलहाल, पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है. इकोनॉमी की धीमी पड़ती रफ्तार की वजह से अब रेपो रेट में कटौती की मांग की जा रही है.

ट्रंप क्या करेंगे देखा जाएगा

CII के अध्यक्ष ने इसके साथ ही केंद्र सरकार ये यह उम्मीद भी जताई कि सरकार आगामी बजट में बहुप्रतीक्षित श्रम सुधारों को आगे बढ़ाएगी. श्रम सुधारों से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा और ज्यादा नौकरियां मिलेंगी. वहीं, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के कार्यभार संभालने के बाद भारत पर पड़ने वाले असर को लेकर उन्होंने कहा कि भारत को उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जहां अवसर हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘… ट्रंप क्या करेंगे, अमेरिका क्या करेगा? मुझे लगता है कि इस समय, इस बारे में कुछ कहना अटकलबाजी होगी. जब कुछ ऐसा तब देखा जाएगा.’’

चीन पर लगे एंटी डंपिंग ड्यूटी

सरकारी खर्च को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सार्वजनिक खर्च बढ़ रहा है, इससे खपत में तेजी आनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने भारत सहित वैश्विक स्तर पर चीन की तरफ से स्टॉक डंप करने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार को इस्पात, पेपरबोर्ड, रसायन और पॉलिमर जैसे क्षेत्रों के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगानी चाहिए.