महंगाई की डबल मार! आज से यूपी में महंगी हुई CNG और PNG, जानें आपके शहर में कितने बढ़े दाम

उत्‍तर-प्रदेश में सीएनजी और पीएनजी के दाम में बढ़ोतरी की गई है, इससे लोगों पर महंगाई की डबल मार पड़ेगी. बढ़ी हुई कीमतें 16 अप्रैल यानी आज से लागू हो गई हैं. तो किन शहरों में दाम बढ़ाए गए हैं और कीमत में कितना इजाफा हुआ है, जानें पूरी डिटेल.

cng price hike Image Credit: money9

CNG and PNG price hike: हाल ही में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर सरकार ने लोगों को झटका दिया था. अब उन पर महंगाई की डबल मार पड़ने वाली है. दरअसल आज से उत्‍तर प्रदेश में CNG और PNG महंगे हो गए हैं. सीएनजी की कीमतों में 4 रुपये से ज्‍यादा का इजाफा हुआ है. इससे वाहन चालकों को पहले से ज्‍यादा जेब ढीली करनी होगी. साथ ही पीएनजी की कीमत में एक रुपये का इजाफा किया गया है. बढ़ी हुई कीमतें 16 अप्रैल, 2025 यानी बुधवार से लागू हो गई हैं.

किन शहरों में बढ़े दाम?

CNC की बढ़ी हुई कीमतें आज से लखनऊ, आगरा, उन्नाव, अयोध्या और सुल्तानपुर जैसे शहरों में लागू कर दी गई हैं. ऐसे में सुबह-सुबह ही लोगों का बजट हिल गया है. यूपी की राजधानी लखनऊ और आगरा में अब सीएनजी की कीमत 94 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 97.75 रुपये प्रति किलो हो गई है. ग्रीन गैस लिमिटेड यानी GGL ने सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है. लखनऊ के अलावा उन्नाव, अयोध्या और सुल्तानपुर में भी सीएनजी के दाम बढ़ाए गए हैं. यहां नई कीमत 95 रुपये प्रति किलो निर्धारित की गई है, जो पहले 94 रुपये प्रति किलो थी. इस बढ़ोतरी का असार सीएनजी से चलने वाले ऑटो, टैक्सी, स्कूल वैन और निजी वाहनों पर पड़ेगा.

कितना महंगा हुआ PNG?

सीएनजी के अलावा पाइप्ड नेचुरल गैस यानी PNG की कीमतों में भी वृद्धि की गई है. घरेलू पीएनजी की नई कीमत 58.50 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (SCM) हो गई है, जो पहले 57.42 रुपये प्रति एससीएम थी. यह बदलाव भी 16 अप्रैल से प्रभावी हो चुका है. इस बढ़ोतरी से लखनऊ और आगरा में करीब 90,000 घरेलू उपभोक्ता प्रभावित होंगे. इससे उनके रसोई के बजट पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

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क्यों बढ़ी कीमतें?

ग्रीन गैस लिमिटेड के अनुसार, घरेलू प्राकृतिक गैस के कोटे में 20 प्रतिशत की कटौती और गैस की कीमतों में वैश्विक स्तर पर हुई बढ़ोतरी इस मूल्य वृद्धि का मुख्य कारण है. ग्‍लोबल सप्‍लाई चेन में रुकावट और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के चलते भी कीमतें बढ़ाई गई हैं. कंपनी का कहना है कि लागत में वृद्धि के कारण कीमतों को बढ़ाना जरूरी हो गया था.