4,957 करोड़ बैंक फ्रॉड मामले में ED का एक्शन, प्रतिभा इंडस्ट्रीज के अकाउंट को किया फ्रीज

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 4,957 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में मुंबई और दिल्ली में छापेमारी कर प्रतिभा इंडस्ट्रीज के 5.4 करोड़ रुपये के बैंक खातों और म्यूचुअल फंड को फ्रीज कर दिया. कंपनी पर लोन राशि को फर्जी लेन-देन और सर्कुलर ट्रेडिंग के जरिए धोखाधड़ी करने का आरोप है.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को मुंबई और दिल्ली में गुरुवार को 14 स्थानों पर छापेमारी की.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को मुंबई और दिल्ली में गुरुवार को 14 स्थानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी 4,957 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले की जांच के तहत की गई. एजेंसी ने बताया कि छापेमारी के दौरान कंपनी के 5.4 करोड़ रुपये की बैंक खातों और म्यूचुअल फंड को फ्रीज कर दिया गया है, और अचल संपत्तियों की खरीद से संबंधित अन्य सबूत भी जब्त किए गए हैं.

क्या कहा ईडी ने

ईडी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि जांच से पता चला है कि प्रतिभा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमोटरों ने धन को विभिन्न फर्जी संस्थाओं के बैंक खातों के माध्यम से घुमाने के लिए विभिन्न एंट्री प्रोवाइडर्स की सेवाएं लीं. संदिग्ध थर्ड पार्टी ट्रांजैक्शन के जरिए धन को विभिन्न कंपनियों में ट्रांसफर किया गया ताकि अचल संपत्तियां खरीदी जा सकें. एजेंसी ने बताया कि इस मामले में अभी जांच चल रही है.

कंपनी पर क्या है आरोप

प्रतिभा इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उसके निदेशकों पर आरोप है कि इन लोगों ने बैंकों के एक समूह को 4,957 करोड़ रुपये का धोखाधड़ी करके नुकसान पहुंचाया. इनके खिलाफ बैंक ऑफ बड़ौदा ने सीबीआई में केस दर्ज कराया था. बैंक ने कंपनी के निदेशक अजीत कुलकर्णी सहित अन्य चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था.

सर्कुलर ट्रेडिंग से फर्जीवाड़ा

प्रतिभा इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उसके निदेशकों पर आरोप है कि उन्होंने लोन की राशि को धोखाधड़ी लेन-देन और सर्कुलर ट्रेडिंग के माध्यम से गलत तरीके से लाभ उठाने के लिए साजिश रची. इसी मामले में बैंक ने कंपनी के खाते को 31 दिसंबर 2017 को नॉन परफॉर्मिंग एसेट घोषित करते हुए इसे धोखाधड़ी बताया था.

क्या काम करती है कंपनी

प्रतिभा इंडस्ट्रीज लिमिटेड टीएमटी बार, पाइप, स्टील और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के विकास में काम करती है. यह कंपनी तीन मुख्य क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देती है. यह कंपनी जल सप्लाई, गंदे पानी के ट्रीटमेंट, और जल मीटरिंग जैसी परियोजनाओं में समाधान देती है. इसके अलावा शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर के सेक्टर में कंपनी मेट्रो, हवाई अड्डे, सड़कें, सुरंगें और माइक्रो-सुरंगों जैसे शहरी प्रोजेक्ट्स पर काम करती है. और हाउसिंग के सेक्टर में यह कंपनी इमारतों, स्कूलों, आवासीय और कमर्शियल बिल्डिंग और मॉल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाती है.