अडानी ग्रुप की बढ़ी मुश्किलें, रिश्वतखोरी के आरोप के बीच रेटिंग एजेंसी ने इन बॉन्ड्स पर रखी निगेटिव वॉच
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने अडानी ग्रुप के कुछ बॉन्ड्स को संभावित डाउनग्रेड के लिए निगरानी में रखा है. एजेंसी ने ये कदम हाल में अमेरिकी कोर्ट की ओर से अडानी ग्रुप पर रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद उठाया है. इस खबर के बाद से अडानी ग्रुप के कई शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है.
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने अडानी ग्रुप के कुछ बॉन्डस को संभावित डाउनग्रेड के लिए निगरानी में रखा है. वहीं दूसरी ओर अडानी ग्रुप के शेयरों में 7 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. रेटिंग एजेंसी फिच ने ये कदम हाल में अमेरिकी कोर्ट की ओर से अडानी ग्रुप पर रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद उठाया है.
फिच ने दी चेतावनी
फिच रेटिंग्स ने कहा कि अडानी ग्रुप की कुछ कंपनियां जैसे अडानी पोर्ट्स, नॉर्थ क्वीसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को निगरानी वाली लिस्ट में रखा गया है. एजेंसी का कहना है कि अडानी की चार सहायक कंपनियों के सीनियर अनसिक्योर्ड डॉलर बॉन्ड की रेटिंग को स्थिर से घटाकर निगेटिव कर दिया गया है. इसके अलावा फिच ने कहा कि अडानी की वित्तीय स्थिति पर किसी भी तरह के प्रभाव के लिए अमेरिकी जांच की निगरानी करेगा. हालांकि निगेटिव रेटिंग से गिरावट की संभावना बढ़ जाती है जिससे अडानी के करोड़ों डॉलर के कर्ज के मूल्य पर भी असर पड़ सकता है.
क्या कहा अडानी ग्रुप ने?
इससे इतर रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने भी अमेरिकी कोर्ट वाले मामले के बाद अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी इलेक्ट्रिसिटी को डाउनग्रेड करने की चेतावनी दी है. हालांकि इन आरोपों को अडानी समूह ने ‘निराधार और अस्वीकार’ करार दिया है.
अडानी ग्रुप के इन शेयरों का हाल खराब
इस बीच अडानी ग्रुप के लगभग सभी शेयरों की हालत खराब है. सबसे ज्यादा गिरावट अडानी ग्रीन के शेयरों के साथ देखी गई है. पिछले एक सप्ताह में कंपनी के शेयरों में 38 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई. खबर लिखते वक्त तक अडानी टोटल गैस और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में क्रमश: 2 फीसदी और 4 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर भी 5 फीसदी घट गए हैं. वहीं एक सप्ताह में इसके शेयरों में 23 फीसदी से अधिक की गिरावट दिखी है.