Forex Reserve: लगातार तीन सप्ताह बढ़ने के बाद फिर नीचे गिरा ग्राफ, जानें कितनी हुई गिरावट

RBI की तरफ से जारी वीकली डाटा के मुताबिक 14 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह में भारत के फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट आई है. इससे पहले तीन सप्ताह तक लगातार फॉरेक्स रिजर्व के आकार में बढ़ोतरी हुई थी.

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है Image Credit: Money9

Reserve Bank ने भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) का वीकली डाटा जारी करते हुए बताया है इस रिपोर्ट किए गए सप्ताह में इसमें में कमी आई है. रिजर्व बैंक के डाटा के मुताबिक 14 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.54 अरब डॉलर की कमी आई है.

पिछले तीन सप्ताह से विदेशी मुद्रा भंडार का आकार बढ़ रहा था. लेकिन, इस बार फिर इसमें गिरावट आई है. 2.54 अरब डॉलर की गिरावट के साथ यह अब 635.721 अरब डॉलर रह गया है. इससे पहले 7 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह में यह करीब 638 अरब डॉलर था. 7 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 7.65 अरब डॉलर का इजाफा हुआ था.

ऑल टाइम हाई से कितना नीचे

विदेशी मुद्रा भंडार अपने ऑल टाइम हाई से करीब 70 अरब डॉलर नीचे आ चुका है. पिछले साल 27 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में रिजर्व बैंक ने भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को 704.885 अरब डॉलर रिपोर्ट किया. यह अब तक का शीर्ष स्तर है. इसके बाद से विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है. 27 सितंबर के बाद लगातार 8 सप्ताह गिरावट हुई. इसके बाद 29 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में हल्का सुधार आया. लेकिन, इसके बाद फिर 17 जनवरी तक लगातार हर सप्ताह गिरावट हुई. 24 जनवरी से 7 फरवरी के दौरान तीन सप्ताह तेजी के बाद फिर अब गिरावट दर्ज की गई है.

FCA में बड़ी गिरावट

विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे अहम हिस्से फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में 4.51 अरब डॉलर की गिरावट आई है. यह अब घटकर 539.591 अरब डॉलर रह गया है. FCA में यूरो, पाउंट, येन जैसी विदेशी करेंसी होती हैं, जिन्हें डॉलर की तुलना में आंका जाता है. डॉलर में आ रही मजबूती की वजह से FCA में ज्यादा गिरावट आई है.

गोल्ड रिजर्व बढ़ा

पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह गोल्ड रिवर्ज में बढ़ोतरी हुई है. गोल्ड रिजर्व भी असल में फॉरेक्स रिजर्व का ही हिस्सा होता है. इसमें पिछले सप्ताह की तुलना में 1.942 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. यह अब बढ़कर 74.15 अरब डॉलर हो गया है. रिजर्व बैंक की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक स्पेशन ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) में भी 1.9 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है. यह अब बढ़कर 17.897 अरब डॉलर हो गया है. इसके अलावा भारत के IMF रिजर्व में 1.4 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है, जो अब बढ़कर 4.083 अरब डॉलर हो गया है.