भारत के फॉक्सकॉन फैक्ट्री में मचा बवाल, चीनी कर्मचारियों को वापस भेजने का आदेश!
फॉक्सकॉन ने भारत में चीनी कर्मचारियों की तैनाती रोकने और उनकी जगह ताइवानी कर्मचारियों को भेजने का फैसला लिया है. इस फैसले का ऐप्पल आईफोन उत्पादन पर असर पड़ सकता है. आर्टिकल में पढ़ें पूरी खबर.
ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन ने भारत में अपने ऐप्पल आईफोन फैक्ट्रियों में चीनी कर्मचारियों की नई रोटेशन को रोक दिया है और उनकी जगह ताइवानी कर्मचारियों को तैनात कर रही है. Rest of World के रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन से भारत के लिए खास मैन्युफैक्चरिंग इक्विपमेंट की शिपमेंट भी अटक गई है. माना जा रहा है कि चीन सरकार इन रुकावटों के लिए जिम्मेदार है.
भारत में आईफोन निर्माण पर असर पड़ने की संभावना
तमिलनाडु और कर्नाटक में स्थित फॉक्सकॉन की फैक्ट्रियों में आईफोन असेंबली लाइन इस कदम से प्रभावित हो सकती है. यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जब ऐप्पल भारत में अपने अगली पीढ़ी के आईफोन बनाने की दिशा में काम कर रहा है. इसके अलावा, यह घटनाक्रम ऐप्पल की चीन से उत्पादन हटाने की कोशिशों में आने वाली कठिनाइयों को भी उजागर करता है.
फॉक्सकॉन की भारत में फैक्ट्रियां चीनी और ताइवानी विशेषज्ञ कर्मचारियों के साथ-साथ चीन से आने वाली विशेष मशीनी इक्विपमेंट पर निर्भर हैं. रिपोर्ट के अनुसार, फॉक्सकॉन ने भारत में प्रोडक्शन और इक्विपमेंट रखरखाव की देखरेख के लिए प्रबंधकों, इंजीनियरों और तकनीशियनों को तैनात किया है.
चीन और भारत के बीच बढ़ता आर्थिक तनाव
Rest of World के रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन के चीनी कर्मचारियों को भारत आने से रोक दिया गया है. कुछ कर्मचारियों को वीजा और प्लेन टिकट मिलने के बावजूद यात्रा करने से मना कर दिया गया. इसके अलावा, भारत में तैनात कुछ चीनी कर्मचारियों को जल्द से जल्द वापस लौटने के लिए कहा गया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनने से रोकने के लिए कदम उठा सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह घटनाक्रम भारत-चीन के बीच आर्थिक कंपटीशन को और बढ़ा सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटनाक्रम आर्थिक और राजनीतिक संकेतों से भी जुड़ा हो सकता है. चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव के कारण व्यापारिक रिश्ते और जटिल हो सकते हैं.
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भारत में iPhone प्रोडक्शन
ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और टाटा ग्रुप के प्लांट्स ने भारत में 14 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन असेंबल किए. 2019 में फॉक्सकॉन ने तमिलनाडु प्लांट में आईफोन निर्माण शुरू किया था और 2022 में अपने भारतीय ऑपरेशनों और वर्कफोर्स का विस्तार किया.