Vivek Oberoi: फिल्में फ्लॉप, पर बिजनेस में दबंग; सलमान भी हो जाएंगे हैरान
सलमान और ऐश्वर्या विवाद के बाद विवेक ओबेरॉय का करियर ठंडे बस्ते में चला गया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड के ये अभिनेता अब बिजनेस की दुनिया में बड़ा नाम बन चुके हैं. विवेक ओबरॉय के पास आज बॉलीवुड के कई नामी हस्तियों से अधिक का नेट वर्थ है.
एक वक्त था जब विवेक ओबेरॉय का नाम बॉलीवुड के सबसे चमकते सितारों में गिना जाता था. अपने शानदार डेब्यू और शुरुआती सफल फिल्मों के बावजूद, उनका फिल्मी करियर व्यक्तिगत विवादों और सलमान खान-ऐश्वर्या राय के साथ जुड़े विवादों के बाद ढलान पर चला गया. लेकिन विवेक ने हार मानने के बजाय अपने आप को एक नए रूप में ढाला और आज वे बिजनेस की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके हैं. उनकी कंपनियों का साम्राज्य और 1,200 करोड़ों की नेट वर्थ यह साबित करती है कि विवेक भले पर्दों पर पीछे रह गए हों पर असल जिंदगी में उन्होंने अच्छा मुकाम हासिल कर लिया है.
अभिनेता और उद्यमी विवेक ओबेरॉय ने हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान अपने व्यक्तिगत ब्रांड को कैसे अपने विभिन्न कंपनियों के प्रॉफिट के लिए इस्तेमाल करते हैं इस पर खुलकर बात की. उन्होंने अपने स्टूडेंट्स के लिए एक मनी-लेंडिंग बिजनेस का उदाहरण दिया और कहा कि उन्होंने जीरो-इंटरेस्ट पेमेंट प्लान पेश किया था और आज वो 3400 करोड़ का कारोबार बन गया है.
विवेक ओबेरॉय का बिजनेस साम्राज्य
विवेक का अधिकांश कारोबार रियल एस्टेट और इवेंट मैनेजमेंट से जुड़ा है. उनकी रियल एस्टेट कंपनी Karma Infrastructure ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स के जरिए शानदार सफलता हासिल की है. वहीं, उनकी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी Mega Entertainment भी इस सेक्टर में एक बड़ा नाम है. इसके अलावा, उन्होंने 2,300 करोड़ रुपये का बड़ा प्रोजेक्ट Aqua Arc लॉन्च किया जो रस अल खैमा, अल मार्जन आइलैंड में स्थित है.
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शिक्षा के क्षेत्र में भी विवेक ने अच्छा बिजनेस इस्टेब्लिश किया है. वह Svarnim University के सह-संस्थापक हैं और छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा को सरल बनाने के लिए iScholar EdTech में निवेश किया है.इन सबके अलावा विवेक ओबरॉय कई नए स्टार्टअप में एंजल इंवेस्टर भी हैं. शेयर बाजार में भी विवेक ओबरॉय सोच-समझकर निवेश करने में विश्वास रखते हैं. ये सारे निवेश एकजुट होकर विवेक के एम्पायर को बड़ा और उनके पोर्टफोलियों को बेहतर बनाते हैं.
शून्य-ब्याज योजना से मिली सफलता
विवेक की सबसे दिलचस्प पहल उनकी छात्र फाइनेंस कंपनी में शून्य-ब्याज योजना रही. इस योजना ने न केवल छात्रों को राहत दी बल्कि कंपनी का 3,400 करोड़ रुपये का कारोबार खड़ा कर दिया.