अमेरिका में केस के बाद अडानी ग्रुप का बड़ा कदम, 600 मिलियन डॉलर जुटाने का प्लान किया कैंसल
गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ अमेरिकी अदालत ने गंभीर आरोप लगाये हैं. इसके बाद ही अडानी ग्रुप ने 600 मिलियन डॉलर के बॉन्ड के अपने प्लान को कैंसल कर दिया है.
दुनिया के दिग्गज अरबपतियों में शुमार अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी एक बार फिर मुसीबत में घिर गए हैं. अमेरिका में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बुधवार को गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी पर रिश्वत देने और मामले को छिपाने का आरोप लगाया है. इस सिलसिले में अमेरिकी कोर्ट ने दोनों के खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी किया है. इस मामले को देखते हुए गुरुवार यानी 21 नवंबर को अडानी ग्रुप ने 600 मिलियन डॉलर जुटाने वाले बॉन्ड के प्लान को कैंसल कर दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक मामले से जुड़ी जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार बॉन्ड की कीमत भी तय हो चुकी थी, लेकिन अमेरिका में दर्ज हुए केस के चलते इस फैसले को वापस ले लिया गया है. इसकी पुष्टि अडानी रिन्यूएबल्स ने बयान जारी कर की है. अडानी ग्रुप का कहना है कि यूएस मामले के चलते कंपनी ने अभी बॉन्ड के प्लान को स्थगित करने का फैसला किया है. मामले के बाद से गरुवार की सबुह अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन के बॉन्ड की कीमतों में 3-5c के बीच गिरावट देखने को मिली.
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क्या लगाया गया आरोप?
अमेरिका में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बुधवार को गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर समेत 7 सात अन्य आरोपियों पर अपनी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने में हेरफेर करने का आरोप लगाया है. साथ ही कोर्ट का कहना है इन आरोपियों ने कंपनी को भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना विकसित करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को लगभग 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति जताई है. अदालत ने गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए हैं. प्रॉसिक्यूटर उन वारंटों को विदेशी कानून प्रवर्तन को सौंपने की योजना बना रहे हैं.