अमेरिका में रिश्वत के आरोपों के बीच फिर से शुरू होंगे अडानी के प्रोजेक्ट्स, ट्रंप वापसी का फायदा?
Adani Group ने अमेरिका में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश की योजनाएं फिर से शुरू की हैं. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह प्रोजेक्ट शुरू होने की बात सामने आई है. ये ऐसे समय हो रहा है जब हाल ही में गौतम अडानी पर रिश्वत देने के आरोप लगे, लेकिन अब समूह अपने निवेश को फिर से एक्टिव कर रहा है.
Adani Group: अडानी समूह ने अमेरिका में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश की योजनाएं फिर से शुरू की है. हाल ही में अमेरिका में अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) पर रिश्वत देने के आरोप लगे हैं. हालांकि ये आरोप बाइडन प्रशासन के दौरान लगाए गए थे लेकिन ट्रंप (Donald Trump) के सत्ता में लौटने के बाद से अडानी अपने निवेश को फिर एक्टिव कर रहे हैं.
फाइनेंशियल टाइम्स (FT) की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी के करीबियों ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अडानी ग्रुप ने अमेरिका में अपनी निवेश योजनाओं को फिर से एक्टिव किया है. इनमें न्यूक्लियर पावर, यूटिलिटीज और ईस्ट कोस्ट पर एक बंदरगाह का निर्माण शामिल है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी के एक करीबी सूत्र ने कहा कि, “हमें पता है कि हमें क्या करना है, लेकिन हम इस मामले के सुलझने का इंतजार करेंगे.”
अडानी पर आरोप
दरअसल अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और सात अन्य लोगों पर अमेरिका में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. SEC के अनुसार, अडानी ग्रुप ने सोलर एनर्जी से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी. SEC ने अडानी के भतीजे सागर अडानी पर भी आरोप लगाए.
हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताया है और कहा है कि वे “सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.”
ट्रंप की जीत के बाद $10 अरब निवेश का ऐलान
बता दें कि, नवंबर में ट्रंप के जीतने के बाद, गौतम अडानी ने घोषणा की थी कि वह अमेरिका में एनर्जी सिक्यॉरिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में 10 अरब डॉलर का निवेश करेंगे, जिससे करीब 15,000 नौकरियां पैदा होने की संभावना है. ट्रंप ने अमेरिकी एनर्जी कंपनियों को राहत देने का वादा किया है.
यह भी पढ़ें: ट्रंप का बड़ा ऐलान अमेरिका बनाएगा क्रिप्टो रिजर्व, ये करंसी होंगी शामिल; डॉलर पर सीधा असर
अडानी पर लगे आरोप का अपडेट
अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पिछले महीने भारतीय अधिकारियों से गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी की जांच में सहयोग मांगा था. यह जांच कथित सिक्योरिटीज फ्रॉड और 265 मिलियन डॉलर के रिश्वत घोटाले से जुड़ी है.