Gold पर मिल रहा बंपर डिस्काउंट, 8 महीने में पहली बार मिल रही इतनी छूट, वजह जान रह जाएंगे हैरान!
फरवरी-मार्च के दौरान भारत में सोने की कीमत कई बार नए ऑल टाइम हाई लेवल तक उछल चुकी हैं. सोने के दाम हुई इस बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद अब मांग में भारी गिरावट आई है. मांग की इस गिरावट से निपटने के लिए डीलर सोने पर बंपर डिस्काउंट ऑफर दे रहे हैं.
घरेलू बाजार में सोने के दाम में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है. इस सप्ताह भी सोने के दाम लगातार तीन दिन तक नए रिकॉर्ड हाई लेवल पर सेट हुए हैं. यही वजह है कि इस साल सोने के दाम में अब तक भारतीय बाजार में 15 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ चुकी है. हालांकि, सोने की बढ़ती कीमतों का असर डिमांड पर देखने को मिल रहा है. एक तरफ सोने के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं उतनी ही तेजी से घरेलू बाजार में सोने की मांग घट रही है. घटती मांग को देखते हुए डीलर्स चिंतित हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए डीलर्स की तरफ से सोने में छूट 8 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
कितना मिल रहा डिस्काउंट?
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सोने पर दी जाने वाली छूट इस सप्ताह आठ महीने से अधिक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, क्योंकि हाजिर कीमतों के रिकॉर्ड ऊंचाई को पार करने के बाद मांग में गिरावट आई है. भारतीय डीलरों की तरफ से आधिकारिक घरेलू कीमतों पर 41 डॉलर प्रति आउंस तक की छूट की पेशकश की जा रही है, जो पिछले सप्ताह 39 डॉलर प्रति आउंस तक थी.
इस साल कितना बढ़ा दाम?
इस सप्ताह की शुरुआत में घरेलू सोने की कीमतें 89,796 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गईं और इस साल अब तक 15% से अधिक की वृद्धि हुई है. ET ने नई दिल्ली स्थित एक बुलियन डीलर के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि कीमत बिना रुके लगातार बढ़ रही है. हर सप्ताह यह नई ऊंचाई को छू रही है. ऐसे में ग्राहक आराम से बैठे हैं और गिरावट का इंतजार कर रहे हैं. इस स्थिति से निपटने को डीलर्स को डिस्काउंट बढ़ाना पड़ रहा है.”
20 साल के निचले स्तर पर गोल्ड इंपोर्ट
ET की रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी में भारत का सोना आयात पिछले साल की तुलना में 85% कम होकर 20 साल के निचले स्तर पर आ गया. इसके साथ ही रिपोर्ट में एक बुलियन इंपोर्ट बैंक के मुंबई स्थित डीलर के हवाले से बताया बहुत कमजोर मांग के कारण छूट अभी भी बढ़ रही है,जबकि चीन में सोने की हाजिर कीमतों से 2-16 डॉलर तक का ही डिस्काउंट दिया जा रहा है. वहीं, स्वतंत्र कमोडिटी एनालिस्ट रॉस नॉर्मन का कहना है कि घरेलू सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों की तुलना में तेजी से गिर गई हैं, जो स्थानीय मांग में उल्लेखनीय कमी को दर्शाता है.