सोना या शेयर बाजार, 2025 में कहां मिलेगा बेहतर रिटर्न? जानें क्या कहती है रिपोर्ट
Gold की कीमतें इस समय तेजी से बढ़ रही हैं और यह शेयर बाजार और बिटकॉइन जैसे एसेट्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि सोना $3,000 प्रति औंस के स्तर को छू सकता है और 2025 की पहली तिमाही में यह $3,080 से भी ऊपर जा सकता है. Ventura रिपोर्ट ने सोने पर क्या कहा, यहां जानें...
Gold: इस समय शेयर बाजार (Share Market) बहुत लहूलुहान हो रहा है. लेकिन क्या केवल शेयर बाजार ही जो निवेश के लिए इकलौती जगह बची है. बिलकुल नहीं. हम यहां आपको बाकी निवेश के ऑप्शन नहीं बताने वाले. यहां केवल एक ही निवेश ऑप्शन की बात होगी जो वाकई में तेजी से ऊपर जा रहा है. सही समझे, सोना. ऑल टाइम हाई बनाने वाले सोना बाजार से भी शानदार रिटर्न दे रहा है. वेंचुरा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, सोने की कीमतों में 2025 में अब तक 11% की बढ़ोतरी हुई है. इसका मतलब यह शेयर बाजार और बिटकॉइन जैसे एसेट्स से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है.
सोने की कीमत $3,000 प्रति औंस की ओर
रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना $3,000 प्रति औंस के स्तर को छू सकता है और 2025 की पहली तिमाही में ये $3,080 से भी ऊपर जा सकता है.
सोने की कीमत में उछाल के कारण
वेंचुरा के मुताबिक असल में इन 6 कारणों से सोना आसमान छू रहा है:
- अमेरिका इंपोर्ट पर टैरिफ बढ़ाना चाहता है जो फिलहाल अनिश्चितता का कारण बना हुआ है, जिससे निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
- स्पॉट गोल्ड की कीमत $2,943 प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची, जबकि कॉमेक्स गोल्ड $2,968 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है.
- अमेरिका में सोने के इंपोर्ट पर टैरिफ लगाने की अटकलों के कारण लंदन, स्विट्जरलैंड और एशिया में सोने की मांग बढ़ी है, क्योंकि निवेशक संभावित टैरिफ से पहले ही सोने की खरीदारी कर रहे हैं.
- 2024 में केंद्रीय बैंकों ने 1,045 टन सोना खरीदा, जो लगातार तीसरा साल है जब यह आंकड़ा 1,000 टन से अधिक रहा.
- वैश्विक बाजार में बढ़ते राजकोषीय घाटे और संभावित मंदी को देखते हुए सेंट्रल बैंक सोने में निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग लगातार बनी हुई है.
- महंगाई, दुनिया में दो जगह चल रही जंग, केंद्रीय बैंक नीतियों और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग ने सोने को मजबूत किया है.
सोने को लेकर ये है रिस्क
रिपोर्ट के मुताबिक, सोने के साथ अच्छा जरूर चल रहा है लेकिन इसमें खामियां हैं जो ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए:
- अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में मजबूती और डॉलर की मजबूती से सोने पर दबाव बना हुआ है, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों को जल्द कम करने की कोई योजना नहीं बताई है, जिससे सोने पर अतिरिक्त दबाव बना हुआ है.
- 2024 में फेड ने 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी, जिससे ब्याज दर 5.50% से घटकर 4.50% हुई. लेकिन, अभी भी उच्च ब्याज दरें सोने के लिए एक चुनौती बनी हुई हैं, क्योंकि सोना एक नॉन-यील्डिंग एसेट (जो ब्याज या डिविडेंड नहीं देता) है.
- जनवरी 2025 के महंगाई दर के आंकड़े 3% YOY रहे, जो दिसंबर के 2.9% से थोड़ा अधिक थे. अगर महंगाई दर ज्यादा बढ़ती है, तो यह जोखिम भरे एसेट्स को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन डॉलर को मजबूत कर सकती है, जिससे सोने पर दबाव बनेगा.
- जेरोम पॉवेल पॉवेल ने कहा कि, “अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहती है और महंगाई 2% लक्ष्य की ओर नहीं बढ़ती, तो हम मौद्रिक नीति में सख्ती बनाए रख सकते हैं. लेकिन, अगर श्रम बाजार कमजोर होता है या महंगाई तेजी से गिरती है, तो हम नीति में ढील दे सकते हैं.”
क्या सोना और चढ़ेगा?
वेंचुरा सिक्योरिटीज के अनुसार, सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन जब तक वैश्विक अनिश्चितता बनी रहेगी, इसकी कीमतें मजबूत बनी रहेंगी.
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