Gold Rate Today: सोना हुआ सस्ता, ऑल टाइम हाई से 1,400 रुपये नीचे आया भाव, चांदी की चमक बरकरार

पिछले सप्ताह लगातार तीन दिन की तेजी और दो दिन की गिरावट के बाद इस सप्ताह की शुरुआत में सोना सस्ता हुआ है. सोमवार 24 मार्च को राजधानी दिल्ली में सोने के भाव में 700 रुपये की गिरावट आई है. वहीं, ऑल टाइम हाई से सोना अब 1400 रुपये तक टूट चुका है, जबकि इस बीच चांदी के भाव में हल्की बढ़ोतरी हुई है.

सोने के दाम में फिर गिरावट Image Credit: freepik

Gold Rate पिछले सप्ताह बुधवार 19 मार्च को 91,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा. इसके बाद से यह लगातार तीसरा दिन है, जब सोने के दाम में गिरावट आई है. सोमवार 24 मार्च तक सोने के भाव में ऑल टाइम हाई से 1400 रुपये की कमजोरी आ चुकी है. ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के मुताबिक सोमवार को राजधानी दिल्ली में सोने का भाव 700 रुपये टूटकर 90,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. वहीं, इस दौरान चांदी के भाव में 200 रुपये की तेजी आई है, जिससे चांदी का भाव 1,00,500 रुपये प्रति किलो हो गया है, जो शुक्रवार को 1,00,300 रुपये प्रति किलो था.

सराफा एसोसिएशन के मुताबिक सोने के दाम में आई कमजोरी के पीछे जूलर्स, स्टॉकिस्ट और ट्रेडर्स की तरफ से टॉप लेवल से की गई मुनाफावसूली है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा गिरावट का एक बड़ा कारण ग्लोबल स्केल पर सोने में टॉप लेवल पर जारी मुनाफावूसली है. पिछले सप्ताह सोमवार से बुधवार तक सोने के दाम लगातार रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच थे. वहीं, गुरुवार और शुक्रवार को गिरावट आई. शुक्रवार को दिल्ली में 99.9 फीसदी प्योरिटी वाले सोने का भाव 91,250 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था.

सोने में क्यों हो रही मुनाफावसूली

विशेषज्ञों का कहना है कि सोने को अनिश्चितता के दौर में सेफ इन्वेस्टमेंट माना जाता है. लेकिन, जैसे-जैसे यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध खत्म होने की उम्मीद बढ़ रही है ट्रेडर्स गोल्ड में बनाई अपनी लॉन्ग पोजिशन में प्रॉफिट बुक कर रहे हैं. क्योंकि, अगर यह युद्ध खत्म हो जाता है, तो दुनिया में ऊर्जा, अनाज और उर्वरक के मोर्चे पर स्थिरता आ जाएगी. इसके अलावा तमाम आपूर्ति शृंखलाएं भी स्थिर होंगीी, ऐसे में गोल्ड में निवेश के बजाय निवेशक दूसरे एसेट्स में पैसा लगाएंगे. इसी वजह स्पॉट गोल्ड के साथ ही फ्यूचर गोल्ड में भी कमजोरी आ रही है.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के CEO चिंतन मेहता का कहना है कि रविवार को यूक्रेन और अमेरिका के बीच रूस के साथ संभावित शांति समझौते की संभावना पर चर्चा के बाद भू-राजनीतिक जोखिम कम होने से सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई से कमजोर हुई हैं. हालांकि, पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के कारण अब भी सोने की मांग मजबूत बनी हुई है. ऐसे में टॉप लेवल आई गिरावट को डाउनसाइड रिवर्सल नहीं माना जा सकता है, गोल्ड में आगे भी बुल रन जारी रहने की संभावना है. खासतौर पर अगर यूएस फेड की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की कोई संभावना बनी, तो गोल्ड में आगे भी जोरदार तेजी जारी रह सकती है.