हफ्ते के पहले दिन सोना हुआ सस्ता, चांदी की कीमत में भी भारी गिरावट
एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध 478 रुपये या 0.63 प्रतिशत गिरकर 75,896 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए. दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी के अनुबंध 574 रुपये या 0.65 प्रतिशत गिरकर 88,307 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 200 रुपये गिरकर 79,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई. शुक्रवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 79,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई. वहीं, चांदी भी 2,200 रुपये गिरकर 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. पिछले कारोबारी सत्र में यह 92,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. खास बात यह है कि 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 200 रुपये गिरकर 78,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई. जबकि, शुक्रवार को यह 79,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी.
पीटीआई के मुताबिक, इस बीच एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध 478 रुपये या 0.63 प्रतिशत गिरकर 75,896 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए. दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी के अनुबंध 574 रुपये या 0.65 प्रतिशत गिरकर 88,307 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए. दिन के कारोबार के दौरान मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी 1,081 रुपये या 1.22 प्रतिशत गिरकर 87,800 रुपये प्रति किलोग्राम के निचले स्तर पर आ गई. वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा 23.50 डॉलर प्रति औंस या 0.88 प्रतिशत गिरकर 2,657.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.
इस कारण कीमत में हुई गिरावट
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के एवीपी- कमोडिटीज एंड करेंसीज, मनीष शर्मा ने कहा कि यह गिरावट अमेरिकी डॉलर में आई रिकवरी के कारण हुई, जिसे अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ से जुड़ी मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं से बढ़ावा मिला. कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला के अनुसार, पिछले सप्ताह कॉमेक्स गोल्ड कमजोर नोट पर बंद हुआ, क्योंकि इजरायल और लेबनान में हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम समझौते के बाद सुरक्षित-हेवन मांग कम हो गई.
यूक्रेन-रूस तनाव पर है सबकी नजर
चांदी भी एशियाई बाजार घंटों में 1.36 प्रतिशत गिरकर 30.69 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर आ गई. बाजार यूक्रेन-रूस तनाव बढ़ने पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और सोमवार को जारी होने वाले अमेरिकी विनिर्माण पीएमआई डेटा का इंतजार कर रहे हैं. एबंस होल्डिंग्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि इसके अलावा, फेडरल रिजर्व (फेड) के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल सहित फेड अधिकारियों के प्रमुख संबोधन भी ध्यान में हैं, क्योंकि बाजार दिसंबर में ब्याज दर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मेहता ने कहा कि हालांकि सोने में भागीदारी पिछले स्तरों की तुलना में कम हुई है, लेकिन निवेशकों द्वारा निवेश बढ़ाने के कारण कीमतें मजबूत हो सकती हैं. व्यापारियों का मानना है कि सोने की कीमतें और बढ़ेंगी, हालांकि अतिरिक्त ब्याज दर कटौती में संभावित देरी से अल्पकालिक गिरावट हो सकती है, जो संचय करने का अवसर प्रदान करती है.
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