आज सुबह-सुबह सोने की कीमत में लगी आग, दिल्ली-मुंबई वालों को बड़ा झटका; जानें ताजा रेट
वैश्विक बाजारों में हलचल और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने एक बार फिर भारत में सोने की चमक बढ़ा दी है. कुछ ही घंटों में ऐसे बदलाव देखने को मिले हैं, जिसने आम लोगों से लेकर बड़े निवेशकों तक को चौका दिया है. आपके शहर का हाल जानिए आगे...
Gold Price 12 April: भारत में सोने की कीमतें चर्चा में बनी हुई हैं. जहां एक ओर अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को हिला दिया है, वहीं निवेशकों की नजर अब सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर मुड़ गई है. यही वजह है कि सोना और चांदी जैसे सेफ हेवन एसेट्स की मांग में इजाफा देखा जा रहा है. भारत, जो सोने का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, इस बदलते वैश्विक परिदृश्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है.
12 अप्रैल को क्या है सोने की कीमत?
12 अप्रैल की सुबह 10:45 बजे तक मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 93,887 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. यह बीते दिन की तुलना में 142 रुपये यानी 0.15 प्रतिशत अधिक है. वहीं, चांदी 94,300 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जो 14 रुपये यानी 0.1 प्रतिशत की मामूली बढ़त है.
IBA के मुताबिक 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत 94,010 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 86,176 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. चांदी (999 फाइन) की कीमत 94,660 रुपये प्रति किलोग्राम रही.
देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें (प्रति ग्राम)
- दिल्ली: 93,680 रुपये प्रति 10 ग्राम
- चेन्नई: 94,120 रुपये प्रति 10 ग्राम
- बेंगलुरु: 93,920 रुपये प्रति 10 ग्राम
- मुंबई: 93,840 रुपये प्रति 10 ग्राम
- कोलकाता: 93,720 रुपये प्रति 10 ग्राम
वैश्विक संकेतों पर टिकी घरेलू कीमतें
भारत में सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ गहराई से जुड़ी होती हैं. डॉलर की मजबूती या कमजोरी का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ता है. जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतें दबाव में आती हैं और जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोना निवेशकों को आकर्षित करता है. यही वजह है कि भारत में सोने की कीमतें केवल घरेलू मांग और आपूर्ति पर नहीं बल्कि वैश्विक आर्थिक घटनाओं पर भी निर्भर करती हैं.
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भारत में सोने की मांग का बड़ा हिस्सा आयात के जरिए पूरा होता है, लेकिन इसके साथ ही रीसायकल्ड गोल्ड यानी पुराना सोना भी एक अहम स्रोत है. यह सोना रिफाइन होकर फिर से व्यापारिक चक्र में एंट्री करता है और बाजार की जरूरतों को संतुलित करता है.