Gold Price: बेतहाशा भाग रहा सोने का भाव, जानें क्या है लेटेस्ट रेट?

Gold Rate Today: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने के कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया है. इसी वजह से सोने की डिमांड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कीमतें तेज हो रही हैं.

सोने की कीमतों में फिर आया तेज उछाल Image Credit: freepik

Gold Price Today: शादियों के सीजन में सोने की कीमतों को लेकर खबर अच्छी नहीं है. सोना फिर महंगाई की राह पकड़ रहा है. गोल्ड ने अपनी चमकान और मजबूत किया है इसकी कीमतों में अब 1400 रुपये का उछाल आया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को ज्वेलर्स और रिटेल व्यापारियों की ताजा खरीदारी के चलते सोने के दाम में बड़ा उछाल देखने को मिला है. क्या है सोने और चांदी का लेटेस्ट दाम चलिए जानते हैं.

क्या है सोने का ताजा भाव?

ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक सोने की कीमतें 1,400 रुपये बढ़कर 79,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है. 99.9 प्रतिशत शुद्धता या 24 कैरेट सोने का भाव पिछला सत्र 77,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है.

वहीं 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने या 22 कैरेट सोने का भाव 1,400 बढ़कर 78,900 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि बुधवार को यह 77,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था.

क्या है फ्यूचर्स मार्केट में स्थिति?

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज या MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के कॉन्ट्रैक्ट्स 568 रुपये 0.75 प्रतिशत बढ़कर 76,602 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहे हैं.

क्या है चांदी का भाव?

चांदी की बात करें तो गुरुवार को चांदी का भाव 93,000 प्रति किलो पर स्थिर रहा. MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी के कॉन्ट्रैक्ट्स 318 रुपये (0.35 प्रतिशत) बढ़कर 90,407 रुपये प्रति किलो हो गए हैं.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

LKP सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने कहा कि, “सोने के दाम में बढ़ोतरी ग्लोबल राजनीति में चल रहे तनावों के कारण है क्योंकि इस दौरान हर कोई सुरक्षित निवेश यानी सोने की मांग कर रहा है. रूस-यूक्रेन संघर्ष में परमाणु खतरे को लेकर बढ़ती चिंताओं ने भी सोने की मांग को बढ़ावा दिया है.”

उन्होंने आगे कहा कि, स्थिति की अनिश्चितता सोने के प्रति पॉजिटिव रुझान बनाए रखी हुई है. शॉर्ट टर्म में ग्रोबली तनाव रह सकता है.

HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट ऑफ कमोडिटीज सऊमिल गांधी ने कहा कि, “रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने के कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया है.”