फेड रेट कट और युद्ध की आंच से चमका सोना, लेकिन क्या अब आएगी बड़ी गिरावट?

सोने की कीमतों में हाल ही में उतार-चढ़ाव देखा गया है, जहां नए रिकॉर्ड बनाने के बाद मामूली गिरावट आई. लेकिन क्या यह गिरावट निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, या आने वाले हफ्तों में सोने की कीमतें फिर ऊंची उड़ान भरेंगी, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

क्या अगले हफ्ते नया रिकॉर्ड बनाएगा गोल्ड? Image Credit: Canva/Money9 Live

Gold Weekly Report: बीते एक हफ्ते में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला. वैश्विक और घरेलू बाजारों में उठापटक के कारण सोने के दामों में कभी गिरावट तो कभी हल्की बढ़त देखी गई.21 मार्च को 24 कैरेट सोने का दाम 9084.3 रुपये प्रति ग्राम पहुंच गया, जो पिछले दिन की तुलना में 220 रुपये अधिक रहा.वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत 8,328.3 रुपये प्रति ग्राम रही जो 200 रुपये की बढ़त को दिखाता है.

23 मार्च यानी रविवार को पेटीएम पर 24 कैरेट सोने की कीमत 9123 रुपये थी वहीं 22 कैरेट सोना 8363 रुपये बनी रही.

पिछले एक हफ्ते में सोने की कीमतों में बदलाव

सोने के दाम में उतार-चढ़ाव की वजह क्या रही?

शुक्रवार को सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखी गई, क्योंकि निवेशकों ने हालिया तेज़ बढ़त के बाद मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी. हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती और बढ़ती भू-राजनीतिक चिंताओं के कारण सोने की मांग बनी हुई है. स्पॉट गोल्ड की कीमतें $3,034.02 प्रति औंस पर पहुंच गईं, जो 0.3% की गिरावट दर्शाती है, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.1% घटकर $3,040.90 प्रति औंस हो गया.

इस हल्की गिरावट के बावजूद, सोना इस हफ्ते 1.7% की बढ़त के साथ लगातार तीसरे साप्ताहिक बढ़त की ओर बढ़ रहा है. बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक मुनाफावसूली के कारण आई है जबकि अमेरिका में संभावित नए टैरिफ और मध्य पूर्व में जारी सैन्य तनाव के कारण सोना सुरक्षित निवेश के रूप में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखे हुए है. इसके अलावा इन वजहों ने भी सोने के भाव को प्रभावित किया:

5 प्रमुख शहरों में आज के सोने के दाम (24 कैरेट प्रति 10 ग्राम)

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तकनीकी दृष्टिकोण: सोने की कीमतों के लिए अहम स्तर

तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, सोने की कीमतें एक बढ़ते हुए त्रिभुज ब्रेकआउट पैटर्न में कारोबार कर रही हैं, जिससे आगे और तेजी की संभावना बनी हुई है. हालांकि, 14-दिन का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 70.50 के करीब पहुंच चुका है जो अधिक खरीदी गई स्थिति को दर्शाता है. अगर बिकवाली का दबाव बढ़ता है, तो सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखी जा सकती है. संभावित गिरावट के प्रमुख स्तर:

विश्लेषकों के अनुसार, अगर इन स्तरों के आसपास समर्थन मिलता है, तो सोना फिर से मजबूती पकड़ सकता है और नए रिकॉर्ड स्तरों की ओर बढ़ सकता है.