इस सप्ताह गोल्ड की कीमत पहुंची 8,822 रुपये, इंटरनेशनल मार्केट में भी दाम ने छुआ दो बार रिकॉर्ड हाई

इस हफ्ते सोने की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने के दाम तेजी से बदले हैं. लेकिन क्या है कीमतों में तेजी की वजह. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

गोल्ड की कीमत Image Credit: brightstars/E+/Getty Images

Gold Weekly Report: सोने की कीमतों में इस सप्ताह उतार-चढ़ाव जारी रहा. भारतीय बाजार में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के दामों में लगातार बदलाव देखने को मिला. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ योजनाओं, डॉलर की मजबूती और वैश्विक अनिश्चितताओं ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने ने दो बार रिकॉर्ड हाई बनाया. हालांकि निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के वजह से सप्ताह के अंत तक मामूली गिरावट दर्ज की गई. आइए जानते हैं इस सप्ताह सोने की कीमतों में आए बदलाव और इसके पीछे के प्रमुख कारण.

भारतीय बाजार में इस हफ्ते सोने की कीमतें

सोने की कीमतों में इस हफ्ते लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई. 17 फरवरी को 24 कैरेट सोना 8,623.3 रुपये प्रति ग्राम था जबकि शुक्रवार को यह 8,822.3 रुपये प्रति ग्राम पर पहुंच गया. यानी पूरे हफ्ते में सोने की कीमत में 390.0 रुपये तक की वृद्धि हुई. 22 कैरेट सोना भी 7,906.3 रुपये प्रति ग्राम से बढ़कर 8,088.3 रुपये प्रति ग्राम तक पहुंच गया.

इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण रहे:

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की स्थिति

अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हफ्ते सोने की कीमतें दो बार रिकॉर्ड हाई पर पहुंचीं. गुरुवार को सोने ने 2,954.69 डॉलर प्रति औंस का नया उच्च स्तर छुआ. हालांकि ,शुक्रवार को यह मामूली गिरावट के साथ 2,939.63 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर अनिश्चितता और राष्ट्रपति ट्रंप की नई नीतियों ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया.

चांदी और पैलेडियम की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव जारी रहा:

टॉप 5 नॉर्थ सिटी में सोने के दाम

भारत के प्रमुख उत्तरी शहरों में सोने की कीमतें इस प्रकार रहीं:

इस हफ्ते सोने की कीमतें लगातार बढ़ीं और घरेलू बाजार में भी इसका असर देखने को मिला. वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों के चलते आने वाले हफ्तों में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि बाजार में अभी भी अस्थिरता बनी हुई है.