सस्ती होंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों, 2026 तक बैटरी की कीमत में हो सकती है 50 फीसदी की गिरावट
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. रिसर्च में दावा किया गया है कि 2026 तक इसकी कीमतों में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी आने की संभावना है. अगर ऐसा होता है, तो इसका सीधा असर इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत पर पड़ेगा.
इलेक्ट्रिक गाड़ियों का चलन धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, लेकिन इन गाड़ियों की ऊंची कीमत आमतौर पर लोगों को चिंतित करती है. इलेक्ट्रिक गाड़ियों के महंगे होने के पीछे सबसे बड़ा कारण इसमें लगने वाली बैटरी है. हालांकि, गोल्डमैन सैक्स रिसर्च ने अनुमान लगाया है कि जैसे-जैसे तकनीकी प्रगति होगी, इनकी कीमतें कम होंगी. अनुमान है कि 2026 तक इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी की कीमतों में 50 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है.
2022 में बैटरी की कीमत ग्लोबल औसत $153 प्रति किलोवाट-घंटा (kWh) से घटकर 2023 में $149 हो गई, और गोल्डमैन सैक्स रिसर्च के अनुसार, इस साल के अंत तक यह $111 तक गिर सकती है. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि औसत बैटरी की कीमतें 2026 तक $80/kWh तक गिर सकती हैं, जो 2023 से लगभग 50 प्रतिशत की गिरावट होगी.
क्यों गिर रही है ईवी बैटरी की कीमत
ईवी बैटरी की कीमतों में गिरावट के पीछे दो मुख्य कारण हैं. पहला है टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन. आजकल कई ऐसी बैटरियां आ चुकी हैं जो कम कीमत में 30 प्रतिशत अधिक पावर दे रही हैं. दूसरा कारण बैटरी में इस्तेमाल होने वाले धातुओं की कीमतों में लगातार गिरावट.
बैटरी की कीमतों में गिरावट से क्या मांग बढ़ेगी?
इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदते समय लोगों के मन में दो मुख्य चिंताएं होती हैं. पहला, रेंज और दूसरा, कीमत. लेकिन, यह उम्मीद की जा रही है कि जैसे-जैसे शोध बढ़ेगा, बैटरी में सुधार होगा और इसकी रेंज भी बढ़ेगी. पहले के मुकाबले अब कई कंपनियां हैं जिनकी गाड़ियों की रेंज बेहतर है. बैटरी की कीमतों में गिरावट से इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमतों में भी कमी आएगी. अगर ऐसा होता है, तो इसकी मांग में बढ़ोतरी हो सकती है. साथ ही, धीरे-धीरे ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार हो रहा है.